एक कहावत के मुताबकि,Cricket is a great leveller, यानि इस खेल में सब बराबर हो जाता है। ऐसे में यह कहावत कल हार्दिक पांड्या के लिए सटीक लगती है। हार्दिक पांड्या कल रविवार को हुए मैच में भारत की कमजोर कड़ी रहे।
हार्दिक पांड्या बल्लेबाजी करने आए तो अपना खाता भी नहीं खोल पाए और सिर्फ 2 गेंदो में पवैलियन लौट गए। गेंदबाजी में उनका हाल खासा बुरा रहा और वह सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए।
4 ओवर के कोटे में उन्होंने 44 रन दिए, उन्हें अंतिम ओवर में 71 रन बनाने वाले मोहम्मद रिजवान का विकेट मिला। उनका स्पैल खत्म होने के बाद पाकिस्तान को 3 ओवर में 33 रन चाहिए थे जो आसानी से बन गए।
हैरानी की बात यह है कि यह वह ही हार्दिक पांड्या है जिन्होंने 1 हफ्ते पहले ही पाकिस्तान की नाक में दम कर दिया था।
हार्दिक ने इस मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिए और बाद में 17 गेंदों पर नाबाद 33 रन की उपयोगी पारी खेली जिसमें स्पिनर मोहम्मद नवाज पर लगाया गया विजयी छक्का भी शामिल है। चार साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान वह चोटिल हो गए थे।
हार्दिक ने पहले गेंदबाजी में अपनी उपयोगिता साबित करते हुए चार ओवर में 25 रन देकर तीन विकेट लिये जिसके दम पर भारत ने पाकिस्तान को 19.5 ओवर में 147 रन पर समेट दिया। इसके बाद लक्ष्य का पीछा करते हुए 17 गेंद में नाबाद 33 रन बनाये और रविंद्र जडेजा (29 गेंद में 35 रन) के साथ 52 रन की साझेदारी करके भारत को जीत दिलाई।
हारिस रऊफ के डाले 19वें ओवर में पंड्या के तीन चौकों ने मैच का पासा पलट दिया । भारत को आखिरी तीन गेंद में छह रन की जरूरत थी और हार्दिक ने बायें हाथ के स्पिनर मोहम्मद नवाज को छक्का लगाकर दो गेंद बाकी रहते भारत को जीत दिलाई।