आश्विन मास की 16 पवित्र बातें आपको पता होना चाहिए

Webdunia
सोमवार, 12 सितम्बर 2022 (17:44 IST)
हिन्दू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद के बाद आश्‍विन माह प्रारंभ होता है जो कि 7वां माह है। 11 सितंबर से आश्‍विन माह प्रारंभ हो गया है जो 09 अक्टूबर 2022 तक चलेगा। आश्‍विन माह को बहुत ही पवित्र माह माना जाता है। आओ जानते हैं इस माह के प्रमुख व्रत, पर्व और त्योहार के साथ ही इस माह की 16 पवित्र बातें। 
 
1. आश्‍विन माह का प्रारंभ 16 दिन चलने वाले श्राद्ध पक्ष से होता।
 
2. श्राद्ध पक्ष के बाद शारदीय नवरात्रि प्रारंभ हो जाती है, जिसमें 9 दिनों तक व्रत रखा जाता है।
 
3. शारदीय नवरात्रि के समाप्त होने के दूसरे दिन विजयादशमी और दशहरे का पर्व मनाया जाता है। इस दिन माता दुर्गा ने महिषासुर का वध किया था इसलिए विजयादशमी और इसी दिन श्रीराम ने रावण का वध कर दिया था इसलिए दशहरा मनाया जाता है।
 
4. इसी माह में कृष्ण पक्ष में अंगारकी चतुर्थी, संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाता है।
 
5. अष्टमी के दिन विश्वकर्मा जयंती, रोहिणी व्रत, कन्या संक्रांति, कालाष्टमी, गजलक्ष्मी व्रत रखा जाता है।
 
6. इसी माह में मध्य अष्टमी, जिऊतिया व्रत का व्रत भी रखते हैं।
 
7. इसी माह के कृष्‍ण पक्ष की एकादशी को इंदिरा एकादशी का व्रत रखते हैं। 
 
8. प्रदोष व्रत और माघ श्रद्धा के दूसरे दिन मासिक शिवरात्रि रहती है।
 
9. इसके बाद सर्वपितृ अमावस्या का महत्वपूण दिन रहता है, जिसे महालय श्राद्ध कहते हैं।
 
10. इसके बाद शरद ऋतु का प्रारंभ हो जाता है और नवरात्री पर्व की शुरुआत होती है। इसी दिन अग्रसेन जयंती भी रहती है।
 
11. इसके बाद नवरात्रि प्रतिपदा के दूसरे दिन सिंधारा दूज भी रहती है।
 
12. नवरात्रि में ही वरद चतुर्थी भी रहती है। इसके बाद ललित पंचमी का व्रत भी रखते हैं। 
 
13. इसके बाद 2 अक्टूबर सप्तमी को महानिशा पूजा और सरस्वती आवाहन
 
14. इसके बाद दुर्गाष्टमी की पूजा होगी और फिर महानवमी की पूजा। 5 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा।
 
15. इसके बाद 6 अक्टूबर को : पापांकुशा एकादशी, भारत मिलाप रहेगा। 
 
16. 9 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा रहेगी। इसी के साथ कार्तिक स्नान, काजोगरा पूजा, वाल्मीकि जयंती भी रहेगी।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

गुरु ग्रह अस्त, 4 राशियों को रहना होगा 9 जुलाई तक संभलकर

ज्ञान की ज्योति: भारतीय अध्यात्म और परंपरा का संगम, पढ़ें रोचक जानकारी

भारतीय परंपरा में ध्यान के 10 विभिन्न स्वरूपों को जानें

कब है मिथुन संक्रांति, क्या है इसका महत्व?

जाति जनगणना: मुगल और अंग्रेजों ने इस तरह जातियों में बांटा था हिंदुओं को

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: आज किन राशियों के कारोबार में बनेगी लाभ की स्थिति, पढ़ें 16 जून का दैनिक राशिफल

16 जून 2025 : आपका जन्मदिन

16 जून 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Saptahik Muhurat: नए सप्ताह के मंगलमयी मुहूर्त, जानें साप्ताहिक पंचांग 16 से 22 जून

Aaj Ka Rashifal: आज किसी खास व्यक्ति से होगी मुलाकात, चमकेंगे सितारे, पढ़ें 15 जून का राशिफल

अगला लेख