ज्योतिषियों के अनुसार चैत्र पूर्णिमा पर होने वाले अंगुलाल्प चंद्रग्रहण का सूतक नहीं लगेगा। ज्योतिषी कहते हैं कि धर्मशास्त्रों में अंगुलाल्प चंद्रग्रहण की मान्यता नहीं है। इसीलिए श्रद्घालु मंदिरों में दर्शन-पूजन आदि का लाभ ले सकते हैं।
हनुमान जयंती पर मध्य रात्रि में 34 मिनट का अंगुलाल्प चंद्रग्रहण रहेगा। ग्रहण के सूतक काल को लेकर लोगों में असमंजस बना हुआ है। लेकिन ज्योतिर्विदों ने ग्रहण की मान्यता को नकारते हुए सूतक नहीं लगने की बात कही है। वैसे भी चंद्रग्रहण मध्यरात्रि के बाद है। रात 11 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद हो जाते हैं ।