रिंगटोन के लिए एस्ट्रो टिप्स

मूलांक से सेट कीजिए मोबाइल की टोन

Webdunia
WD
- भारती पंडित

मूलांक यानी आपके जन्म की दिनांक। इस अंक का हमारे जीवन ही नहीं, हमारे स्वभाव और पसंद आदि पर भी गहरा असर पड़ता है। संगीत हमारे जीवन का अहम् हिस्सा हो चला है। ऐसे में बेकार की रिंग टोन लगाकर अपना मजा और भाग्य खराब क्यों करे? देखते हैं आपके मूलांक को कौन-सी टोन सूट करती है....?

पहले हम मूलांकों के मूल स्वभाव पर विचार करेंगे। मूलांक 1, 3 और 9 का स्वभाव साहसी होता है। रिस्क लेना और कही गई बात को निभाना इनका स्वभाव होता है। अतः इन्हें अपनी टोन में जोशीले गाने या धुन को स्थान देना चाहिए। ढें टे णें से लेकर 'है अगर दुश्मन ..' जैसे गीत या जैज बीट का म्यूजिक, ड्रम, देशभक्ति गीत इनके लिए बेस्ट हैं।

मूलांक 2 और 7 सॉफ्ट और रोमांटिक स्वभाव को दिखाते हैं। अतः इनके गीत कुछ इसी मिजाज के होने चाहिए। हाँ बहुत निराश करने वाले, विरह वाले गीत न लगाएँ। लव स्टोरी से लेकर जब वी मेट तक के लव सॉग्स आप ट्राय कर सकते हैं। सितार, पियानो, हारमोनियम का संगीत भी सूदिंग होगा।

ND
मूलांक 5 और 6 नए जमाने क, नवीनता पसंद करनेवाले मगर सिंपल होते हैं। अतः इनके गीत नए जमाने के सॉफ्ट साँग्स होने चाहिए। यह सुनने में स्वीट हो यानी बेकार शोर-शराबा न हो। इनके लिए जोधा अकबर से लेकर अजब प्रेम की गजब कहानी के गीत ठीक रहेंगे। मोउथ ऑरगन और वायलिन इनके लिए सही है।

मूलांक 4 और 8 वाले अकसर जिद्दी, दुखी और अपनी मन की करनेवाले होते हैं। इन्हें थोड़ा खुशी भरा गीत ट्राय करना चाहिए। इसके अलावा कोरस गीत, देशभक्ति गीत या मधुर भजन भी इन्हें राहत दे सकते हैं। 'मौजा ए मौजा' से लेकर 'अपनी तो नैया है राम के भरोसे'.. या 'गूँजा सा है एकतारा' ट्राय कर सकते हैं। सितार और तबला इन्हें सूदिंग लगेगा।

विशेष : एक ही तरह की रिंग टोन रखने के बजाय डिफरेंट टोन ट्राय करना (आपके मूड की) मजेदार हो सकता है, बस मूलांक के अनुसार टिप्स याद रखिएगा।

Show comments

ज़रूर पढ़ें

महाशिवरात्रि पर रात्रि के 4 प्रहर की पूजा का सही समय और पूजन विधि

ब्रज की होली के 5 सबसे लोकप्रिय गीत

कौन है देश का सबसे अमीर अखाड़ा, जानिए कहां से आती है अखाड़ों के पास अकूत संपत्ति

विजया एकादशी कब है, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और व्रत का फल

Mahashivratri 2025: महाशिवरात्रि विशेष आरती, चालीसा, स्तुति, स्तोत्र, रुद्राष्टक यहां पढ़ें...

सभी देखें

नवीनतम

20 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

वर्ष 2025 के मध्य में क्या सचमुच देश और दुनिया में होने वाला है कुछ बड़ा?

20 फरवरी 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

कृष्ण पक्ष की अष्टमी को क्यों कहते हैं कालाष्टमी?

07 मार्च से होलाष्टक, 14 मार्च से मलमास, जानें शुभ कार्य क्यों रहेंगे वर्जित