गुजरात चुनाव के परिणाम तेजी से आ रहे हैं। गुजरात चुनाव को लेकर पूरे देश में असंमजस की स्थिति है। आइए जानें क्या कह रही है गुजरात भाजपा के संकटमोचक अमित शाह की कुंडली...
गुजरात राज्य का गठन 1 मई 1960 को हुआ। इस राज्य की राशि मिथुन है,जिसका स्वामी बुध,सूर्य तथा शुक्र के साथ लाभ भाव में स्थित है,भाग्य का स्वामी शनि सप्तम भाव में गुरु के साथ बैठकर लग्न स्थान को देख रहा है। 2014 तक इस राज्य को सबसे मुख्य ग्रह बुध की दशा चल रही थी,इस दशा में इस राज्य ने नाम कमाया यहां तक कि गुजरात विकास मॉडल को लेकर इस राज्य के मुख्यमंत्री देश के प्रधानमंत्री हो गए। जैसे ही वे देश के प्रधानमंत्री बने इस राज्य को केतु की दशा आरंभ हो गई जिसमें पाटीदार, आरक्षण, दलित, दमन जैसे मुद्दों को लेकर राज्य की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को पद से हटना पड़ा। केतु ग्रह की दशा ऐसे आकस्मिक उठापटक करवाती है,जिस राज्य में विकास मुख्य था, वहां जाति के आधार पर राजनीति होना चिंतनीय है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी : नरेंद्र मोदी की राशि वृश्चिक है वे इस समय साडेसाती के मध्य काल के प्रभाव से मुक्त हो चुके हैं।
राहुल गांधी : राहुल गांधी की वृश्चिक राशि है वे भी साडेसाती के मध्यकाल के प्रभाव से मुक्त हो चुके हैं, तुला राशि का गुरु उनके लिए अनुकुल है।
अमित शाह : भाजपा के संकटमोचक अमित शाह के प्रयासों ने ही भाजपा को सत्ता में बिठाया, उनका रणनीतिक कौशल प्रशंसनीय है। गुजरात चुनाव में भी भाजपा काफी हद तक उनके इस कौशल के भरोसे है। मेष राशि के अमित शाह की कुंडली में इस बार ग्रहयोग काफी बलवान है गुरु लग्न को देख रहा है शनि भाग्य में है,18 तारीख को सितारे इनके पक्ष मे ही रहेंगे। ज्योतिषियों का मानना है कि इस बार भाजपा के लिए मुकाबला कांटे का है,परन्तु अमित शाह भाजपा की मुश्किलें फ़िर एक बार आसान कर देंगे। उनके सितारे बुलंद है।