केले का पेड़ काफी पवित्र माना जाता है और कई धार्मिक कार्यों में इसका प्रयोग किया जाता है। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का भोग लगाया जाता है। केले के पत्तों में प्रसाद बांटा जाता है। आओ जानते हैं केले की पूजा के 5 चमत्कारिक लाभ।
वैज्ञानिक परिचय : केले में मुख्यतः विटामिन-ए, विटामिन-सी,थायमिन, राइबो-फ्लेविन, नियासिन तथा अन्य खनिज तत्व होते हैं। इसमें जल का अंश 64.3 प्रतिशत ,प्रोटीन 1.3 प्रतिशत, कार्बोहाईड्रेट 24.7 प्रतिशत तथा चिकनाई 8.3 प्रतिशत है।
आयुर्वेदिक लाभ : केला हर मौसम में सरलता से उपलब्ध होने वाला अत्यंत पौष्टिक एवं स्वादिष्ट फल है। केला रोचक, मधुर, शक्तिशाली, वीर्य व मांस बढ़ाने वाला, नेत्रदोष में हितकारी है। पके केले के नियमित सेवन से शरीर पुष्ट होता है। यह कफ, रक्तपित, वात और प्रदर के उपद्रवों को नष्ट करता है।
वास्तु टिप्स : घर के मुख्य द्वार और पिछले हिस्से पर केले के पौधे को न लगाएं। केले के पौधे के आसपास साफ-सफाई रखें। केले के तने में लाल धागा बांधकर रखें।
धार्मिक एवं ज्योतिषीय लाभ :- कहते हैं कि केले में साक्षात विष्णु और लक्ष्मी का वास होता है। आओ जानते हैं केले के पौधे के 5 प्रमुख धार्मिक और ज्योतिषीय लाभ।
1. घर में संतान हमेशा सुखी और संकटों से दूर रहती हैं।
2. माना जाता है कि समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा अच्छी होती है।
3. केले का पौधा घर में लगाने से बृहस्पति ग्रह का शुभ फल मिलने लगता है।
4. इसके घर में होने से वैवाहिक जीवन की कठिनाइयां दूर होती है। अविवाहित कन्याओं का शीघ्र विवाह हो जाता है।
5. उच्च शिक्षा और ज्ञान प्राप्ति में यह पौधा सहायक सिद्ध होता है, क्योंकि इसमें से लगातार शांतिमय और सकारात्मक ऊर्जा निकलती रहती है।