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क्या भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध होने वाला है, क्या कहते हैं ग्रह नक्षत्र

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हमें फॉलो करें पहलगाम आतंकी हमला

WD Feature Desk

, बुधवार, 23 अप्रैल 2025 (11:18 IST)
india-pakistan war: इस वक्त वर्ष 2020 से ही ग्रह और नक्षत्रों की ऐसी स्थितियां चल रही है कि जिसके चलते देश और दुनिया में भूकंप, आग, तूफान और युद्ध चल रहे हैं। हमास-इजराइल और रूस-यूक्रेन में युद्ध चल रहा है। इसी के साथ चीन-ताइवान और भारत-पाक में तनातनी चल रही है। योरप, अफ्रीका और एशिया के कुछ देशों में आंतरिक हालात खराब है। श्रीलंका, मालदीव, बांग्लादेश और नेपाल में हालात खराब चल रहे हैं दूसरी ओर पाकिस्तान के साथ कश्मीर को लेकर हुए कुछ युद्ध के बाद सर्जिकल और एयर स्ट्राइक ने हालात बदल दिए हैं। ऐसे में पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को अपने चरम पर कर दिया है।ALSO READ: कब मिलेगा भारत में PoK? कितना है पीओके का क्षेत्रफल और आबादी
 
  • 1. 27 अक्टूबर 2025 को मेष के प्रभाव में तीसरी किस्म की जलवायु आएगी, एशिया का राजा मिस्र का भी सम्राट बनेगा। युद्ध, मौतें, नुकसान और ईसाइयों की शर्म के हालात बनेंगे।- (नास्त्रेदमस 3/77 सेंचुरी)।
  • 2. शनि जब मीन राशि में जाएगा तब भारत का समय खराब शुरू होगा। ढाई वर्ष तक अराजकता रहेगी।- (अच्युतानंद भविष्य मालिका)
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वर्ष 2025 में चंद्र ग्रहण के बाद सूर्य ग्रहण और शनि के मीन राशि में गोचर के साथ ही अमंगलकारी घटनाएं घटने का सिलसिला जारी हो चला है। इसी क्रम में अब बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर और राहु का कुंभ राशि में गोचर आग में घी डालने का कार्य करने वाला है। वर्तमान देश और दुनिया में भयानक भूकंप और आगजन के साथ ही तूफान की घटनाएं बढ़ गई है। वहीं बांग्लादेश सहित दुनिया के कई देशों में आंतरिक कलह भी बढ़ा है। हमास-इजराइल और रूस-यूक्रेन में युद्ध चल रहा है। ऐसे में भारत पर आतंकी हमला आग में घी डालने वाला कार्य है।
शनि मीन योग बनेगा युद्ध का कारण: 29 मार्च 2025 से देश और दुनिया के राजनीतिक हालात और बिगड़ जाएंगे। युद्ध के नए मोर्चे खुल सकते हैं। हमास-इजराइल और रूस-यूक्रेन विश्‍व युद्ध की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। देश और दुनिया के आर्थिक हालात में परिवर्तन आएगा।
 
1937 में मार्च में जब शनि मीन राशि में आया था तब द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो चली थी। चीन ने जापान पर आक्रमण किया और धीरे-धीरे दुनिया में तनाव बढ़ता गया। 1965-66 के बीच जब शनि मीन में जाने वाला था तक भारत-पाकिस्तान का युद्ध हुआ। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए इंदिरा गांधी को अपना नेता चुना। इसके बाद अखिल भारतीय स्तर पर गोरक्षा आन्दोलन चला, जिसमें हजारों हिंदुओं का नरसंहार किया गया। दूसरी ओर वियतनाम युद्ध हुआ था। 
 
1995 के जून में शनि मीन राशि में आया था तब जापान में बड़ा भूकंप आया था जिसमें हजारों लोग मारे गए थे और बोस्नियाई युद्ध में करीब 8,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। अब शनि 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश किया है तो यह आशंका जताई जा रही है कि कोई बड़ा भूकंप और युद्ध होने वाला है।
 
विद्वान ज्योतिषाचार्य पंडित हेमंत रिछारिया का कहना है कि शनि जब राशि परिवर्तन करते हैं तो देश दुनिया में परिवर्तन देखे जा सकते हैं। फिर चाहे वह सत्ता परिवर्तन हो, जन विद्रोह हो, दुर्भिक्ष संकट हो या अकाल हो, इस प्रकार के योग शनि के राशि परिवर्तन में बनते हैं।
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अतिचारी बृहस्पति का प्रभाव: ज्योतिष के अनुसार 14 मई 2025 से गुरु के अतिचारी होने से धरती के मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन के चलते धरती के मौसम और तापमान में बदलाव हो जाएगा। लोगों की मानसिक स्थिति गड़बड़ा जाएगी।महाभारत काल में यानी 5000 हजार वर्ष पहले गुरु 7 राशियों में 7 वर्ष तक अतिचारी रहे थे। जिसके चलते महायुद्ध हुआ था। करीब 1000 वर्ष पहले भी गुरु अतिचारी हुए थे तब भी बड़े बदलाव हुए थे। प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध के समय भी बृहस्पति की असामान्य गति थी। पिछले कुछ वर्ष पहले यानी 2018 से लेकर 2022 तक बृहस्पति 4 राशियों में अतिचारी थे। इन वर्षों में जो हुआ वह सभी ने देखा है। वर्ष 2019 से ही देश और दुनिया में तेजी से बदलाव हुआ है। कोरोना महामारी के बाद तो दुनिया पूरी तरह से बदल गई है। बताया जा रहा है कि वर्ष 2025 में बदलाव का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। ज्योतिष की दृष्टि से 2025 और 2026 को सबसे खतरनाक वर्ष बताया जा रहा है।
 
वैदिक ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु शास्त्री डॉ. कामना लाड़ का कहना है कि सौरमंडल में देवगुरु बृहस्पति यानी गुरु ग्रह गुरु की भूमिका में होते हैं। ज्ञान देने वाला ही जब अतिचारी हो जाए, तब सौर-मंडल की व्यवस्था में व्यवधान उत्पन्न हो जाएगा। जन सामान्य में भी इससे एक बैचेनी सी आने लगती है। देवगुरु बृहस्पति की यह स्थिति वैश्विक असंतोष, युद्ध, तनाव, वर्चस्व की लड़ाई और बौद्धिक संपदा में वृद्धि का संकेत करती है।
 
भागवत कथा वाचक और ज्योतिषाचार्य श्री सुरेश बिल्लोरे जी के अनुसार वर्ष 2025 में ग्रह गोचर की स्थिति इस प्रकार हो रही है जैसे कि गुरु का वृषभ राशि में भ्रमण, फिर मिथुन राशि में प्रवेश, कुछ समय पश्चात वक्री होकर वृषभ राशि में प्रवेश इस प्रकार बार-बार होगा। गुरु का यह चक्र देश, विदेश या यह कहें कि पूरे विश्व के लिए ठीक नहीं रहेगा, उथल-पुथल हाहाकार, मारकाट के योग बनेंगे। साथ में 29 मार्च 2025 से शनि का मीन राशि में प्रवेश का प्रभाव शुभ नहीं रहेगा इससे विश्व में जनता पर दुख, कष्ट रहेगा। पृथ्वी पर भूकंप, ज्वालामुखी, प्राकृतिक प्रकोप के साथ-साथ इंसानों की आपस में मारकाट, लड़ाई-झगड़े, खून-खराबा, जन-धन की हानि यह सब होगा। कई देशों में सरकार पर बहुत बड़ी मुसीबत खड़ी होने की संभावना है। जन विद्रोह के कारण सत्ता चलाना मुश्किल हो जाएगा। मनुष्य विद्रोह पर उतर आएंगा। अचानक मृत्यु होना, दुर्घटना होना विशेष रूप से यह प्रभाव युवा पीढ़ी पर रहेगा।
 
राहु से महामारी: 18 मई 2025 को राहु ग्रह बृहस्पति की राशि मीन से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा। कुंभ में राहु के जाने से देश दुनिया हलचल और तेज हो जाएगी। कोरोना वायरस की तरह किसी नई महामारी के आने की संभावना है। टेक्नोलॉजी इतनी विकसित हो जाएगी जिसकी कभी किसी ने कल्पना नहीं की होगी। लोग अंतरिक्ष में जाने की योजना बनाएंगे।
 
पंचकुला हरियाणा में रहने वाले ज्योतिष कुशल कुमार की एक भविष्यवाणी भी वायरल हो रही है। ग्रह नक्षत्रों के आधार पर उन्होंने दावा किया है कि तीसरा विश्‍व युद्ध बस कुछ ही हफ्तों में शुरु हो सकता है। 8 मई के आसपास कोरिया, चीन-ताइवान, मध्य पूर्व जैसे युद्ध मोर्चों पर सक्रियता में बढ़ोतरी होगी। इसकी के साथ ही इजरायल और मध्य पूर्व के साथ ही यूक्रेन-रूस में भी युद्ध में बढ़ोतरी होगी जिसके चलते नाटो का गुस्सा भड़क सकता है।
 
भारत में हुए चुनाव और एक्जिट पोल के बाद पीओके में अचानक से खलबली मच गई है। पाकिस्तान ने संपूर्ण POK को लश्कर के हवाला कई दिया है। लश्कर के आतंक अब भारत से जिहाद की बात कर रहे हैं। मंगल के योग के चलते भारत इस पर कड़ी कार्रवाई कर सकता है। न्यूज 18 पर खास कार्यक्रम में ज्योतिष नीति शर्मा के अनुसार POK का भारत में विलय होने की संभावना प्रबल है। ज्योतिष पवन सिन्हा का भी यही मानना है। संत बेत्रा अशोक भी इस संबंध में पहले ही भविष्यवाणी कर चुके हैं कि 6 माह के अंदर पीओके पर भारत कोई बड़ी कार्रवाई करेगा।
 
प्रसिद्ध वैदिक ज्योतिषी रुद्र करण प्रताप ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) के भारत में विलय के बारे में अपनी भविष्यवाणियां साझा की हैं। रुद्र, जिनके X पर लगभग 60 हज़ार फ़ॉलोअर्स हैं, का अनुमान है कि अप्रैल 2025 से सितंबर 2026 के बीच POK का भारत में विलय हो सकता है। रुद्र ने लिखा,"ज्योतिषीय दृष्टि से, प्रधानमंत्री मोदी वर्तमान में अपनी मंगल महादशा से गुजर रहे हैं। ऐसा अनुमान है कि इस अवधि के दौरान भूमि से संबंधित मामले महत्वपूर्ण होंगे। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को अप्रैल 2025 से सितंबर 2026 के बीच भारत में शामिल किया जा सकता है।
 
भारत की कुंडली क्या कहती है?
भारत की आजादी की कुंडली वृषभ लग्न की है और लग्न में ही राहु बैठा है। वर्तमान में राहु और गुरु दोनों 12वें स्थान में साथ साथ गोचर कर रहे हैं। गुरु 12वें स्थान से भारत की कुंडली के चतुर्थ स्थान को देख रहा है। शनि भी कुंभ राशि में बैठकर चतुर्थ भाव को विस्तार दे रहा है। ऐसे में जब राहु मेष राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेगा उसी वक्त संधिकाल में यानी कि 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर के बीच में ऐसा माहौल बन सकता जबकि POK पर भारत की कोई बड़ी कार्रवाई होगा।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

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