चंद्र ग्रहण से प्रभावित 4 राशियां, रखें 5 सावधानियां

अनिरुद्ध जोशी
गुरुवार, 9 जनवरी 2020 (13:34 IST)
ज्योतिषियों और पंचांग के अनुसार इस 2020 वर्ष में 4 चंद्र ग्रहण बताए गए हैं। पंचांग भिन्नता के कारण इनकी तिथि अलग-अलग बताई गई है। पहला 10 जनवरी को, दूसरा 5 जून को, तीसरा 5 जुलाई को और चौथा 30 नवंबर 2020 को होगा।
 
 
पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी शुक्रवार की रात में 10 बजकर 37 मिनट से शुरू होगा और 11 जनवरी को 2 बजकर 42 मिनट तक रहेगा। इस दौरान पौष शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा होगी। हालांकि पंचांग भिन्नता के कारण कुछ विद्वानों द्वारा 11 जनवरी 2020 को रहेगा। यह मिथुन राशि और पुनर्वसु नक्षत्र के दौरान कृष्ण पक्ष की प्रथम तिथि को घटित होगा।
 
 
ज्योतिषीयों के अनुसार इस बार के चंद्र ग्रहण में चार राशियों के जातकों को 5 सावधानियां रखना होगी। ये चार राशियां हैं- मिथुन, वृश्‍चिक, धनु और वृषभ।


उल्लेखनीय है कि ज्योतिष के अनुसार इस चंद्र ग्रहण को 'मांद्य चन्द्र ग्रहण' कहा गया है। मांद्य का अर्थ है न्यूनतम। इसे उपछाया ग्रहण भी कहा गया है इसलिए इसमें सूतक नहीं माना जाएगा। इस ग्रहण में किसी भी प्रकार का यम, नियम, सूतक आदि मान्य नहीं रहेगा। अत: इस चंद्र ग्रहण को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। सावधानियां माने या न माने कोई फर्क नहीं पड़ता है।
 
 
5 सावधानियां- 
1.ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम शुरु न करें।
2.ग्रहण के दौरान तुलसी को ना छुएं।
3.ग्रहण के दौरान उपवास रखें और बाद में खाने और पीने की सामग्री में तुलसी के पत्ते डालें।
4.ग्रहण के दौरान ब्रश करने, कंघी करने और मलमूत्र का त्याग करने से भी बचना चाहिए।
5.ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को तेज धारदार औजारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

 
चंद्रग्रहण के उपाय :- 
1.ग्रहण के दौरान धार्मिक और प्रेरणादायक पुस्तकों को पढ़ना चाहिए।
2.ग्रहण के दौरान अपने ईष्‍टदेव के मंत्रों के जाप करना चाहिए। 
3.ग्रहण की समाप्ति के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
4.ग्रहण समाप्ति के बाद किसी गरीबों को दान करना चाहिए।
5.ग्रहण समाप्ति के बाद मेहतर को नई झाड़ी और सिक्का दान करना चाहिए।

 
चंद्रग्रहण के लिए अन्य उपाय :-
1.सोमवार और प्रदोष का व्रत रखें।
2.दाढ़ी और चोटी न रखें।
3.सोमवार को केसर की खीर खाएं और कन्याओं को खिलाएं।
4.सोमवार के दिन श्वेत वस्त्रों का दान करना चाहिए।
5.शिवजी की पूजा करें और चावल का दान करें।

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