खग्रास चन्द्रग्रहण का क्या होगा आप पर प्रभाव, जानिए

पं. उमेश दीक्षित
सितंबर के ग्रहण, जानिए विशेष जानकारी‍...

 


28 सितंबर 2015 को खग्रास चन्द्रग्रहण होगा। हमारे देश के पश्चिम क्षेत्र में दृश्य होगा। सोमवार को होने से इसे चूड़ामणि चन्द्रग्रहण कहा जाता है। व्रत, दान, स्नान, तीर्थ स्नान आदि की दृष्टि से इसका बड़ा महत्व है। आरंभ 6.37 से तथा मोक्ष 9.57 को होगा। 
 
मेष, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, कुम्भ एवं मीन राशि वाले जातक सावधान रहें।
 
इस ग्रहण को पूर्ण रूप से‍ एशिया के पश्चिमी भाग, अफ्रीका, यूरोप एवं अमेरिका में देखा जा सकेगा। 
 
यह तो हुई भौतिक दृष्टि से ग्रहण की जानकारी।
 
 

 
मंत्र सिद्धि इत्यादि के लिए साधारणतया यह माना जाता है कि ग्रहण जहां देखा जाए, वहीं पर प्रयोग करना चाहिए, लेकिन हम देखते हैं कि पूर्णिमा तथा अमावस्या को पूरी पृथ्वी के समुद्रों में ज्वार-भाटा आता है, चाहें वहां सूर्य-चन्द्र दृश्य हों या न हों।
 
अत: ग्रहण तो विशेष समय है अत: मंत्र सिद्धि इत्यादि तो हो सकती है तथा विशेष यह कि जहां दृश्य नहीं है, वहां सूतक नहीं लगने से मूर्तिपूजन इत्यादि भी संभव है।
 
अत: ग्रहण का लाभ उठाना चाहिए तथा जिन व्यक्तियों की पत्रिका में ग्रहण योग (सूर्य या चंद्र के साथ राहु) हो तो उन्हें विशेष उपचार करवा लेना चाहिए। राहु, सूर्य तथा चन्द्र के दान-पूजन के लिए श्रेष्ठ समय है। 

 
Show comments

ज़रूर पढ़ें

2025 में रक्षाबंधन पर नहीं होगा भद्रा का साया, पंचक भी नहीं बनेंगे बाधक, वर्षों बाद बना है ऐसा शुभ संयोग, जानिए राखी बांधने के श्रेष्ठ मुहूर्त

राहु और मंगल का षडाष्टक योग क्या होगा 12 राशियों का राशिफल

रक्षा बंधन का त्योहार कब है, जानिए राखी बांधने का शुभ मुहूर्त

क्या सच हो रही बाबा वेंगा की भविष्यवाणी? धरती की ओर आ रहा ‘दानव’, नासा भी हैरान

सावन में शिवजी को कौनसे भोग अर्पित करें, जानें 10 प्रमुख चीजें

सभी देखें

नवीनतम

04 अगस्त 2025 : आपका जन्मदिन

04 अगस्त 2025, सोमवार के शुभ मुहूर्त

Aaj Ka Rashifal: फ्रेंडशिप डे आज, जानें अपनी राशिनुसार 03 अगस्त 2025 का दैनिक राशिफल

03 अगस्त 2025 : आपका जन्मदिन

03 अगस्त 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त