गुप्त नवरात्रि खत्म होने से पहले कर लें ये खास 9 उपाय, घर में धन की कभी कमी नहीं रहेगी

WD Feature Desk
मंगलवार, 9 जुलाई 2024 (16:04 IST)
Ashadha Gupt Navratri 2024: आषाढ़ माह की नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं। आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ 6 जुलाई, दिन शनिवार से हो गया है। वहीं इस नवरात्रि का समापन 15 जुलाई 2024 को होगा। इस नवरात्र में 10 महाविद्याओं की पूजा और साधना करते हैं। गुप्त नवरात्रि की देवियां:- 1.काली, 2.तारा, 3.त्रिपुरसुंदरी, 4.भुवनेश्वरी, 5.छिन्नमस्ता, 6.त्रिपुरभैरवी, 7.धूमावती, 8.बगलामुखी, 9.मातंगी और 10.कमला। उक्त दस महाविद्याओं का संबंध अलग अलग देवियों से हैं। इसमें से गृहस्थ को त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, मातंगी या मां कमला की पूजा करना चाहिए। आओ जानते हैं 9 खास उपाय
 
1. गुप्त नवरात्रि में 9 दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा अर्पित करें।
 
2. इन दिनों अगर अखंड दीपक नहीं जला पा रहे हैं तो सुबह शाम घी या तेल का दीपक जलाना न भूलें। दीपक में 4 लौंग डाल दें।
 
3. पांच प्रकार के सूखे मेवे लाल चुनरी में रखकर माता रानी को अर्पित करें।
 
4. देवी मंदिर में लाल रंग की ध्वजा, पताका अवश्य चढ़ाएं।
 
5. देवी मां को ताजे पान के पत्ते पर सुपारी और सिक्के रखकर अर्पित करें।
 
6. देवी दुर्गा को 7 इलायची और मिश्री का भोग लगाएं।
 
7. मखाने के साथ सिक्के मिलाकर देवी को अर्पित करें और फिर उसे गरीबों में बांट दें।
 
8. छोटे पर्स में दक्षिणा रखकर लाल रंग के किसी भी गिफ्ट के साथ छोटी कन्याओं को भेंट दें। 
 
9. नवरात्रि के दौरान अपने घर में सोना या चांदी की कोई भी शुभ सामग्री लाकर देवी दुर्गा के चरणों में रखकर पूजन करें और अंतिम दिन गुलाबी रेशमी कपड़े में बांधकर तिजोरी में रख दें। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

महावीर स्वामी और गौतम बुद्ध में थीं ये 10 समानताएं

श्री महावीर जी: भगवान महावीर के अतिशय क्षेत्र की आध्यात्मिक यात्रा

सत्य, अहिंसा और ज्ञान का उत्सव: 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जयंती, जानें महत्व और कैसे मनाएं?

हनुमान जयंती पर कौन सा पाठ करें जिससे कि हनुमानजी तुरंत हो जाएं प्रसन्न

हनुमान जन्मोत्सव 2025: अपने करीबियों को भेजें बजरंगबली की भक्ति से भरी ये 20 सबसे सुंदर शुभकामनाएं

सभी देखें

नवीनतम

हनुमान जयंती पर शनि की साढ़ेसाती और ढैया से बचने के लिए इस राशि के लोग करें इस तरह विशेष पूजा

10 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

10 अप्रैल 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

मेष संक्रांति कब है क्या है इसका महत्व, क्या करते हैं इस दिन?

अक्षय तृतीया कब है, जानिए खरीदारी के शुभ मुहूर्त

अगला लेख