हर तरह के संकटों से बचने के लिए होली का दिन महत्वपूर्ण होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन विषेष पूजा, अनुष्ठान या कोई अचूक उपाय किए जाए तो सभी तरह के संकटों से बचकर धन, संपदा और सुख शांति प्राप्त की जा सकती है। आओ यहां जानते हैं बहुत ही सरल 5 अचूक उपाय।
1. होली के दो डांडे के साथ ही भरभोलिए रखे जाते हैं। भरभोलिए गाय के गोबर से बने ऐसे उपले होते हैं जिनके बीच में छेद होता है। इस छेद में मूंज की रस्सी डाल कर माला बनाई जाती है। एक माला में सात भरभोलिए होते हैं। होली में आग लगाने से पहले इस माला को भाइयों के सिर के ऊपर से सात बार घूमा कर फेंक दिया जाता है। रात को होलिका दहन के समय यह माला होलिका के साथ जला दी जाती है। इसका यह आशय है कि होली के साथ भाइयों पर लगी बुरी नज़र भी जल जाए।
2. यदि राहु के कारण किसी भी प्रकार का संकट खड़ा हो रहा है तो एक नारियल का गोला लेकर उसमें अलसी का तेल भरें। उसी में थोड़ासा गुड़ डालें और इस गोले को जलती हुई होलिका में डाल दें। इससे राहु का बुरा प्रभाव समाप्त हो जाएगा।
3. घर की सुख-समृद्धि और धन के लिए परिवार के प्रत्येक सदस्य को होलिका दहन में घी में भिगोई हुई दो लौंग, एक बताशा और एक पान का पत्ता अवश्य चढ़ाना चाहिए। साथ ही होली की 11 परिक्रमा करते हुए होली में सूखे नारियल की आहुति दे देनी चाहिए।
4. यदि आपको यह शंका है कि घर में किसी भूत-प्रेत का साया है तो जब होली जल जाए, तब आप होलिका की थोड़ी-सी अग्नि अपने घर ले आएं और अपने घर के आग्नेय कोण में उस अग्नि को तांबे या मिट्टी के पात्र में रखें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसे भी कर सकते हैं कि होलिका दहन के दूसरे दिन होलिका की राख को घर लाकर उसमें थोड़ी सी राई व नमक मिलाकर रख लें। इस प्रयोग से भूत-प्रेत या नजर दोष से मुक्ति मिलती है।
5. यदि आपको कोई अज्ञात भय सताता रहता है तो होली के दिन एक सूखा जटा वाला नारियल, काले तिल व पीली सरसों एक साथ लेकर उसे सात बार अपने सिर के ऊपर से वार कर जलती होलिका में डाल देने से अज्ञात भय समाप्त हो जाएगा।