शुभ कार्यों की शुरुआत करें गुलीक काल से...

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दैनिक शुभ-अशुभ समय 
प्रतिदिन अशुभ काल में किसी भी प्रकार का शुभ कार्य न करें, बल्कि शुभ काल में ही अपने कार्यों को करना चाहिए। गुलीक काल में शुभ कार्य करना हमेशा श्रेष्ठ माना जाता है।



क्या है गुलीक काल - गुलीककाल प्रतिदिन, वार के अनुसार निश्चित समय पर आने वाला वह काल है, जिसमें किसी कार्य के करने पर सफलता की सर्वाधि‍क संभावना होती है। गुलीक काल का विवरण निम्न प्रकार है : -


जानें वार अनुसार गुलीक काल...अगले पेज पर

क्या है गुलीक काल - गुलीक काल, प्रतिदिन वार के अनुसार निश्चित समय पर आने वाला वह शुभ मुहूर्त है, जिसमें किए जाने वाले कार्यों के सफल होने की सर्वाधि‍क संभावना होती है। जानें वार अनुसार गुलीक काल का विवरण - 
गुलीक काल (शुभ समय)
रविवार- अपराह्न- 3 से 4.30 बजे तक
सोमवार- दोपहर 1.30 से 3 बजे तक
मंगलवार - दोपहर 12 से 1.30 बजे तक
बुधवार - प्रातः 10.30 से 12 बजे तक
गुरुवार - प्रातः 9 से 10.30 बजे तक
शुक्रवार - प्रातः 7.30 से 9 बजे तक
शनिवार - प्रातः6 से 7.30 बजे तक। 
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