इन चीजों को पलंग के नीचे रखने से बदल जाएंगे आपके सितारे

Webdunia
कुंडली में ग्रहों के बुरे प्रभावों को कम करने के लिए यंत्र, तंत्र, मंत्र का सहारा लिया जाता है। ग्रहों की शांति के लिए मंत्र का सहारा लिया। ग्रहों के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए उनसे जुड़ी धातुओं का प्रयोग भी किया जा सकता है। इन प्रयोगों से पहले कुंडली का विश्लेषण जरूरी है कि आपको कौनसा ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा है। आइए  जानते हैं  ग्रहों को अशुभ प्रभावों को दूर करने के कुछ प्रयोग। जिन्हें आप आसानी से कर सकते हैं। 
 
सूर्य : आपकी कुंडली में सूर्य अशुभ प्रभाव दे रहा है तो पलंग के नीचे तांबे के पात्र में जल या तकिए के नीचे लाल चंदन रखने से अशुभ प्रभाव में कुछ कमी आ सकती है।
 
चन्द्र : आपकी कुंडली में चन्द्र का प्रभाव अशुभ है तो पंलग के नीचे चांदी के बर्तन जल रखें या चांदी के आभूषण पहनना चाहिए।
 
मंगल : कुंडल में मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए पलंग के नीचे कांसे के बर्तन में जल रखे या सोना-चांदी मिश्रित आभूषण तकिए के नीचे रखें। 
 
बुध : बुध ग्रह के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए तकिए के नीचे सोने के आभूषण रखना चाहिए। 
 
गुरु : पलंग के नीचे पीतल के बर्तन में जल या हल्दी की गांठ पीले कपड़े में बांधकर तकिए के नीचे रखने से गुरु की अशुभता कम होती है। 
 
शुक्र : कुंडली में शुक्र को सबसे सौम्य ग्रह माना जाता है। चांदी की मछली बनाकर तकिए के नीचे रखना चाहिए। पलंग के नीचे चांदी के पात्र में जल रखने से भी शुक्र का अशुभ प्रभाव दूर होता है। 
 
शनि : जिस ग्रह से सब डरते हैं, वह है शनि। शनि के अशुभ प्रभावों को कम करने के लिए पलंग के नीचे लोहे के पात्र में जल रखें या तकिए के नीचे लोहा या नीलम रखें। 
 
नोट : ध्यान रखें कि ये ग्रहों के यह उपाय करने से पहले अपनी कंडली का विश्लेषण करवा लें कि कौनसा ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा है। 
 
प्रस्तुति : सुधीर शर्मा

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

March Horoscope 2025 : मासिक राशिफल मार्च 2025, जानें 12 राशियों के लिए क्या होगा खास

सूर्य का मीन राशि में प्रवेश: क्या होगा देश दुनिया का हाल? इन 5 राशि वाले लोगों को होगा नुकसान

होली धुलेंडी पर कौनसे रंगों का करें इस्तेमाल कि आसानी से निकल जाए और स्किन भी रहे सुरक्षित

आमलकी एकादशी व्रत रखने की विधि, पूजा, कथा और महत्व

बुध ग्रह का मीन राशि में गोचर, 4 राशियों को होगा नुकसान

सभी देखें

नवीनतम

07 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

07 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

वास्‍तु के संग, रंगों की भूमिका हमारे जीवन में

कब से लग रहा है खरमास, क्या है इस मास का महत्व और जानिए अचूक उपाय

होलिका दहन और धुलेंडी के बाद क्यों मनाई जाती है रंग पंचमी?

अगला लेख