Ravivar ke upay: रविवार के दिन क्या खरीदना चाहिए और क्या खाना चाहिए?

WD Feature Desk
शनिवार, 31 अगस्त 2024 (15:30 IST)
Ravivar ke upay
Raviwar ke upay: ज्योतिष मान्यता के अनुसार रविवार सप्ताह का पहला दिन माना जाता है। यह भगवान विष्णु और सूर्यदेव का दिन है। इस दिन व्रत रखकर पूजा करने से यह दोनों देव प्रसन्न होते हैं और कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है। इससे सभी तरह के सूर्यदोष समाप्त होते हैं। आओ जानते हैं कि रविवार के दिन क्या खरीदना और खाना शुभ होता है।
 
रविवार का महत्व : आमतौर पर अधिकतर लोगों की रविवार के दिन छुट्टी रहती है। इस दिन वे या तो कहीं घूमने जाते हैं, खरीदारी करते हैं, किसी रेस्टोरेंट में खाना खाते हैं या फिर दिनभर सोते हैं और रात में मूवी देखते हैं। यदि आप रविवार के दिन खरीदारी करने का प्लान बना रहे हैं तो जानिए कि क्या खरीदा चाहिए।
 
रविवार को क्या खरीदें: इस दिन लाल, पीले, सुनहरे वस्त्र खरीद सकते हैं। गुड़, तांबा और गेहूं भी खरीद सकते हैं। आंखों से जुड़ी हुई वस्तुएं जैसे कि चश्मा खरीदना शुभ होता है। रविवार के दिन वॉलेट खरीदना भी अच्छा माना गया है। इस दिन लकड़ी और लोहे से बनी वस्तुएं नहीं खरीदना चाहिए।
 
रविवार को क्या खाएं: धन, यश, सेहत और तेजस्विता पाने के लिए 30 रविवार तक व्रत रखें। नहीं रख पा रहे हैं तो इस दिन चावल में दूध और गुड़ मिलाकर खाते हैं जिससे सूर्य के बुरे प्रभाव दूर होते हैं। रविवार को एक समय व्रत रखकर उत्तम एवं संपूर्ण भोजन या पकवान बनाकर खाना चाहिए जिससे शरीर को भरपुर ऊर्जा मिलती है लेकिन ऊपर से नमक नहीं खाना चाहिए। यानी भोजन में कम नमक हो तो फिर ऊपर से नमक मिलाकर न खाएं। जैसा भी नमक डला हैं खा लें। सेब, अनार, कलिंदर, आलू बुखारा, शकरकंद, गाजर, मसूर की दाल, लाल चावल, लाल भाजी, दलिया, गेहूं की रोटी, दूध, दही और घी खास सकते हैं।
 
अन्य उपाय : 
1. इस दिन भृकुटी पर लाल चंदन या हरि चंदन लगाएं।
 
2. सूर्यदोष हो तो गेहूं और गुड़ को लाल कपड़े में बांधकर दान करें।
 
3. सुख-शांति के लिए मिट्टी का लाल रंग का बंदर, जिसके हाथ खुले हो़, घर में सूर्य तरफ पीठ करके रखें।
 
4. रविवार को गायत्री मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करना चाहिए। गायत्री का देवता सविता है। सविता अर्थात सूर्य।
 
5. रविवार को सूर्यदेव को अर्घ्य देना चाहिए। इससे रोग मिटते हैं और आंखों की ज्योति बढ़ती है।
 
6. इस दिन पूर्व, उत्तर और अग्निकोण में यात्रा कर सकते हैं। इस दिन पश्‍चिम और वायव्य दिशा में यात्रा न करें।
 
7. यह दिन गृहप्रवेश की दृष्टि से भी उचित है। कोई भी नया काम शुरू करने से पहले गुड़ या मिठाई खाएं और पानी पिएं।

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