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शनि जब भी जाता है मीन राशि में मचती है तबाही, क्या होगा वर्ष 2025 में जानें

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WD Feature Desk

, शनिवार, 22 जून 2024 (15:08 IST)
Saturn transit in Pisces 2025 Prediction: ज्योतिष के अनुसार शनि जब भी मकर, कुंभ और मीन राशि में जाता है तब धरती पर बड़े पैमाने पर भूकंप, बाढ़ और युद्ध के हालात निर्मित होते हैं। खासकर मीन के जाने पर दुनिया में बहुत बड़ा होने का संकेत हैं। ज्योतिष के अनुसार 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे तब देश और दुनिया में बड़े बदलाव होंगे।ALSO READ: शनि की वक्री चाल से बचकर रहना होगा इन 4 राशियों के लोगों को, वर्ना बाद में पछताएंगे
 
शनि का मीन में प्रवेश का अतित:-
1. 1937 में मार्च में जब शनि मीन राशि में आया था तब द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो चली थी। चीन ने जापान पर आक्रमण किया और धीरे-धीरे दुनिया में तनाव बढ़ता गया।
 
2. 1965-66 के बीच जब शनि मीन में जाने वाला था तक भारत पाकिस्तान का युद्ध हुआ। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए इंदिरा गांधी को अपना नेता चुना। इसके बाद अखिल भारतीय स्तर पर गोरक्षा आन्दोलन चला, जिसमें हजारों हिंदुओं का नरसंहार किया गया। दूसरी ओर वियतनाम युद्ध हुआ था। 
 
3. 1995 के जून में शनि मीन राशि में आया था तब जापान में बड़ा भूकंप आया था जिसमें हजारों लोग मारे गए थे और बोस्नियाई युद्ध में करीब 8,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
 
4. अब शनि 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे तब यह आशंका जताई जा रही है कि कोई बड़ा भूकंप और युद्ध होने वाला है। ALSO READ: गुरु अतिचारी, शनि का मीन राशि में प्रवेश और राहु की उल्टी चाल, क्या बिगाड़ देगी देश-दुनिया का हाल
 
शनि के गोचर से कैसे बदला दुनिया का भविष्य?
  • शनि ग्रह जब मकर में आए तो देश और दुनिया में तनाव के साथ ही महामारी का प्रकोप बढ़ा था।
  • शनि ग्रह जब कुंभ में आए तो देश और दुनिया में दो देशों के बीच युद्ध के साथ ही भूकंप, प्राकृतिक आपदा और जलवायु परिवर्तन देखने को मिला था।
  • शनि ने जब 24 जनवरी 2020 में मकर राशि में प्रवेश किया था, तब दुनिया में करोना महामारी का प्रकोप फैल गया था। फिर शनि ने जब 29 अप्रैल 2022 को कुंभ में प्रवेश किया तब महामारी का दौर खत्म हुआ और दुनियाभर में युद्ध, अराजकता, महंगाई, प्रदर्शन और सत्ता परिवर्तन का नया दौर प्रारंभ हुआ।
  • 28-29 अप्रैल 2022 के दरमियान शनि ग्रह अपनी खुद की राशि मकर से निकलकर खुद ही की राशि कुंभ राशि में प्रवेश किया था।
  • 29 अप्रैल 2022 को शनि ने मकर से निकलकर कुंभ राशि में जब प्रवेश किया तो उसी के आसपास यूक्रेन और रशिया का वार शुरु हो गया।
  • इसके कुंभ गोचर के काल में ही भूकंप और बड़े तूफान के साथ ही अब इजरायल और हमास का युद्ध भी शुरु हो चला है।
  • शनि जब अपना मार्ग बदला तब इजराइल और हमास का युद्ध शुरु हो गया था।
  • युद्ध के लिए शनि और मंगल के साथ ही राहु के गोचर को जिम्मेदार माना जाता है।
  • इनकी युति या आपसी दृष्टि, वक्री चाल आदि से धरती पर नकारात्मक असर देखने को मिलता है।
  • अब आशंक जताई जा रही है कि शनि ग्रह जब मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्‍व युद्ध की शुरुआत होगी।ALSO READ: गुरु अतिचारी, शनि का मीन राशि में प्रवेश और राहु की उल्टी चाल, क्या बिगाड़ देगी देश-दुनिया का हाल
 
शनि का मीन में प्रवेश से क्या होगा : ज्योतिष के अनुसार 29 मार्च 2025 को शनि मीन राशि में प्रवेश करेंगे। 29 मार्च 2025 को जब शनि ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेगा तब दुनिया में विश्व युद्ध की शुरुआत की भूमिका का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। रशिया यूक्रेन, इजरायल हमास के बाद बदलती दुनिया में अब नए मोर्चों पर युद्ध का बिगुल बज सकता है। कुंभ राशि में स्थित शनि के प्रभाव के कारण अकाल, युद्ध, विस्फोट, भूचाल, महामारी के साथ ही जनवरी माह 2025 में कोई बड़ी प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है जिसके चलते बड़ी तादाद में जन और धन हानि होने की आशंका है। 
 
कहते हैं कि 29 मार्च 2025 में शनि मीन राशि में परिवर्तन करेंगे तब तक दुनिया में बहुत बड़े बदलाव हो चुके होंगे और फिर होगा भयंकर युद्ध। शनि ग्रह मीन राशि में साल 2027 तक विराजमान रहेंगे। 29 मार्च 2025 तक शनि रहेंगे। इस दौरान तीसरे विश्‍वयुद्ध से महाविनाश का पहला चरण प्रारंभ होगा। उसके बाद 29 मार्च 2025 से 23 फरवरी 2028 तक शनि मार्गी और वक्री होकर मीन राशि में रहेंगे। तब जनता त्राहि-त्राहि करने लगेगी। फिर 23 फरवरी 2028 से 17 अप्रैल 2030 तक शनि मेष राशि में रहेंगे। इसी दौरान महाविनाश का दौर खत्म हो जाएगा और एक नए युग का प्रारंभ होगा।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: वर्ष 2025 में क्या होगा देश और दुनिया का भविष्य?

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