Shani vakri predictions 2023 : शनि ग्रह 17 जून 2023 की रात को करीब 10 बजकर 48 मिनट पर वक्री चाल चलेगा। वर्तमान में शनि ग्रह कुंभ राशि में है और कुंभ में ही उल्टी चाल चलता हुआ नजर आएगा। हालांकि यह सिर्फ एक दृष्टि भ्रम रहता है परंतु इसका राशियों के साथ ही धरती पर भी शुभ और अशुभ असर देखने को मिलेगा। शनि देव कुंभ राशि में 4 नवंबर 2023 की सुबह 08 बजकर 26 तक वक्री रहेंगे।
राशियों पर असर :
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मेष, सिंह, कर्क, वृश्चिक और मीन पर शनि की वक्री चाल का प्रभाव रहेगा परंतु कर्क, वृश्चिक और मीन पर इसका असर ज्यादा है।
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कर्क और वृश्चिक पर ढैया चल रही है वहीं मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है।
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17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में शनि के प्रवेश करते ही कर्क और वृश्चिक राशि वालों पर शनि की ढैया शुरू हो गई थी।
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जबकि मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती प्रारंभ होकर इसका पहला चरण 29 मार्च 2025 तक चलेगा और इस राशि पर 7 अप्रैल 2030 तक साढ़ेसाती रहेगी।
देश और दुनिया पर असर | Shani Vakri 2023 Impact :
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शनि की वक्र दृष्टि आमतौर पर अनुकूल नहीं मानी जाती है।
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वक्री अवस्था में शनि ग्रह मंद गति से चलते हैं।
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शनि के कुंभ में रहने और वक्री होने से प्राकृतिक आपदाएं बढ़ने की संभावना है।
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भारत में शनि की वक्री चाल के कारण अनाज का उत्पादन बढ़ सकता है।
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हालांकि आतंकी घटनाओं के बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है।
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देश और दुनिया में शासन प्रशासन के साथ ही सत्ता और संगठन में बदलाव हो सकते हैं।
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दुनिया में अस्थिरता बढ़ने के साथ ही युद्ध के नया मोर्चा खुल सकते हैं।
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इससे संपूर्ण विश्व की सरहदों पर तनाव में बढ़ोतरी होगी।
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देश में हिंसा, उपद्रव, आंदोलन, राजनीति धरना प्रदर्शन, हड़ताल आदि बढ़ने की संभावना है।
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अग्निकांड, गैस दुर्घटना, रोड एक्सीडेंट, वायुयान दुर्घटना आदि होने की संभावना है।
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गंभीर रोग के इलाज हेतु नई नई दवा, तकनीक और आविष्कार होंगे।
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प्रॉपर्टी, शेयर और सर्विस सेक्टर में तेजी रहेगी।