श्रावण मास की चतुर्थी पर क्या करें कि श्री गणेश का मिल जाए शुभाशीष

Webdunia
आज (20 July 2019) श्रावण मास की बड़ी चतुर्थी है। आइए जानें व्रत करने वाले क्या करें इस दिन... 
 
पूजन में दूब घास रखें और पीले रंग का मिष्ठान गणेश जी को जरूर भोग लगाएं। 
 
पूजन के बाद व्रती को फल का आहार करना चाहिए। 
 
संध्या समय में भी भगवान गणेश और मां गौरी का पूजन करना चाहिए। 
 
जब व्रत रखें तो सूर्य अस्त से पहले मीठा खाकर उपवास तोड़ें। 
 
इस व्रत में अन्न ग्रहण करना निषेध माना जाता है, इसलिए अन्न की जगह फलाहार करना उचित रहता है। 
 
अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का भंडार है और कोई उपाए काम नहीं कर रहे हैं, तो इस दिन व्रत रखें। 
 
अपने घर में श्रीगणेश जी की सफेद रंग की मूर्ति स्थापित करें। ऐसा करने से आपके घर की सभी नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल जाएगी। श्रीगणेश की पूजा करते समय अपना मुंह पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर रखें। बाद में आसन पर बैठकर भगवान गणेश का पूजन करें।
 
श्री गणेश को तिल से बनी वस्तुओं, तिल-गुड़ के लड्‍डू तथा मोदक का भोग लगाएं। 
 
'ॐ सिद्धि बुद्धि सहित महागणपति आपको नमस्कार है। नैवेद्य के रूप में मोदक व ऋतु फल आदि अर्पित है। गणेश पूजन के दौरान धूप-दीप आदि से श्रीगणेश की आराधना करें। फल, फूल, रौली, मौली, अक्षत, पंचामृत आदि से श्रीगणेश को स्नान कराके विधिवत तरीके से पूजा करें। 
 
गणेश जी को सिंदूर चढ़ाएं। सिंदूर चढ़ाते समय विशेष मंत्र को भी पढ़ें। 
 
ॐ सिंदूरारूण देहाय, ज्येष्ठ राजाय मंगलम, विघ्नराति भयघ्नाय विश्वनाथाय मंगलम
सप्तकोटि महामंत्र विघ्नायास्तु मंगलम, विघ्नेशस्य पठेनित्यं मंगलाष्टक मुत्तमम्।। 
विघ्न सिद्धि धनं धान्यं श्रेय श्रियं वाप्नुयात्।।  

ALSO READ: श्रावण मास चतुर्थी, 20 जुलाई 2019 : बहुत खास है यह दिन, जानिए कैसे करें व्रत, कैसे दें चंद्रमा को अर्घ्य

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

पाकिस्तान में क्यों सर्च हो रहे हैं प्रेमानंद महाराज, जानिए उनके बारे में क्या जानना चाहते हैं पाकिस्तानी

केतु का सिंह राशि में गोचर, इन 3 राशियों के खुल जाएंगे भाग्य

शनि मंगल का षडाष्टक योग और खप्पर योग कब तक रहेगा, 4 राशियों को रहना होगा सतर्क

राहु के कुंभ राशि में गोचर से देश और दुनिया में होंगे ये 5 बड़े बदलाव

बलूचिस्तान कब तक होगा पाकिस्तान से अलग, जानिए ज्योतिष विश्लेषण

सभी देखें

नवीनतम

20 मई 2025 : आपका जन्मदिन

20 मई 2025, मंगलवार के शुभ मुहूर्त

वर्ष 2026 का भविष्यफल, जानिए क्या होने वाला है?

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

अगला लेख