सूर्य का मेष में राशि परिवर्तन, क्या होगा आप पर असर
मेष में आए सूर्यदेव, कैसा होगा यह परिवर्तन आपकी राशि के लिए
14 अप्रैल, शनिवार को सुबह 8 बजकर 27 मिनट पर सूर्य ने मेष राशि में प्रवेश कर लिया हैं। सूर्य के इस राशि परिवर्तन को 'संक्रांति' कहा जाता है और इस दिन को स्नान-दान-तर्पण आदि के लिए बहुत शुभ माना जाता है।
मंगल की राशि मेष में सूर्य का आना तपन को और अधिक बढ़ाएगा। एक तो वह स्वयं आग के गोले हैं, वहीं मंगल की राशि मेष भी अग्नि प्रधान है। इस बार सूर्य के साथ शुक्र है, वहीं गुरु की सप्तम दृष्टि भी जा रही है। इस कारण धार्मिक कार्य और भी शुभ माने जाते हैं। आइए जानते हैं 12 राशियों पर कैसा होगा प्रभाव?
मेष
सोच में सकारात्मकता रहेगी। साहस व उत्साहजनक वातावरण रहेगा। आत्मबल मजबूत रहने के आसार हैं। जो जातक बेरोजगार हैं उनके लिए समय उत्तम रहेगा। जो व्यक्ति किसी मौके की तलाश में हैं उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का सुअवसर मिलेगा। नौकरीपेशा जातक भी अपने काम में सहकर्मियों व उच्चाधिकारियों का सहयोग पाएंगे।
वृषभ
सूर्य का मेष में आना आपकी राशि के लिए शुभ है। सूर्य आपकी राशि से 12वें स्थान में गोचर करेंगे। यह समय आपके खर्चों का होगा। अधिकांश खर्चे पारिवारिक होंगे। यात्रा करते वक्त सावधानी रखना होगी। नेत्र संबंधी समस्याओं के प्रति भी सचेत रहें। विपरीत परिस्थितियों में परिवार का सहयोग लेकर चलें। खर्च सोच-समझकर करें।
मिथुन
यह समय आपके लिए काफी अनुकूल कहा जा सकता है। आप आत्मविश्वास के साथ अपने कार्यों को पूर्ण करने में सफल होंगे। इस समय आप अपने अंदर एक नई ऊर्जा महसूस कर सकते हैं। आर्थिक लाभ के योग बनते रहेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। संतान पक्ष से भी सहयोग मिलता रहेगा।
कर्क
सूर्य का आपकी राशि से दसवें स्थान में भ्रमण होने से यह समय व्यापार-व्यवसाय में उन्नतिदायक होगा, वहीं नौकरीपेशा भी लाभान्वित होंगे। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। अधिकार क्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। राजनीतिज्ञ भी अनुकूल स्थिति पाएंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं व साक्षात्कार आदि में आपके लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आ सकता है।
सिंह
भाग्य में प्रगति का वातावरण रहेगा। आपके लिए यह समय सौभाग्यशाली कहा जा सकता है। भाग्य हर कदम पर आपका साथ देगा। पैतृक संपत्ति से लाभ मिलने की अपेक्षा रख सकते हैं। धन प्राप्ति के योग भी आपके लिए बन रहे हैं। अध्यात्म की ओर भी आपका रुझान हो सकता है।
कन्या
सूर्य आपकी राशि से अष्टम भाव में भ्रमण कर रहा है। इस समय आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। आपको बाहरी मामलों में सावधानी रखना होगी। यात्रा करते वक्त अपने सामान की सुरक्षा का इंतजाम करके चलें। कामकाज में एकाग्रता की कमी भी हो सकती है। यदि अपनी दिनचर्या पर ध्यान देकर चलें तो आप बेहतर महसूस कर सकते हैं।
तुला
सूर्य आपकी राशि से सप्तम भाव से भ्रमण कर रहा है। यह समय आपको जीवनसाथी से सहयोग लेकर चलने का रहेगा। आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता रहेगी। मानसिक रूप से थोड़ा तनावग्रस्त हो सकते हैं। खान-पान और आराम का ध्यान रखें। दैनिक व्यवसाय में समय अनुकूल रहेगा। आर्थिक लाभ के योग भी बनेंगे।
वृश्चिक
सूर्य आपकी राशि से छठे स्थान में भ्रमण कर रहा है, जो कि रोग व शत्रु का घर है। यदि पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य संबंधी छोटी-मोटी समस्या से परेशान हैं तो राहत मिल सकती है। आप अपने प्रतिद्वंदियों पर भारी पड़ सकते हैं। प्रतियोगी परीक्षा अथवा साक्षात्कार में शामिल होने वाले जातकों के लिए भी समय अच्छा कहा जा सकता है। जीवनसाथी के साथ रिश्ते मधुर रहने के आसार हैं।
धनु
यह समय आपको यश व प्रतिष्ठा दिलाने के लिए उत्तम है। संतान को लेकर चिंतित हैं तो इस समय राहत मिल सकती हैं। संतान पक्ष की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। व्यावसायिक जीवन में भी यह समय आपके लिए सफलता के योग बना रहा है। भाग्य का साथ आपको मिलने से प्रसन्नता रहेगी। प्रेम संबंधों में सुधार रहेगा
मकर
सूर्य आपकी राशि से चतुर्थ स्थान से भ्रमण से पारिवारिक सहयोग मिलेगा वहीं राजनीति से जुड़े व्यक्ति भी लाभान्वित होंगे। वाहनादि सुख-सुविधा में वृद्धि होगी। आपको नौकरी के सुअवसर प्राप्त होंगे। स्थान परिवर्तन भी संभव है। आप अपने घर में किसी तरह के बदलाव करना चाहें तो यह समय अनुकूल रहेगा। इस समय आप महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भी कॉन्फिडेंट रहेंगे। माता का स्वास्थ्य ठीक रहेगा। घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे।
कुंभ
सूर्य आपकी राशि से तृतीय स्थान से गोचर भ्रमण करने से पराक्रम में वृद्धि होगी। भाइयों व साझेदारों का सहयोग मिलने से राहत मिलेगी। आपके व्यावसायिक जीवन में तेजी के आसार लेकर आ सकते हैं। जो अभी तक बेरोजगार हैं उन्हें इस समय रोजगार पाने का एक मौका मिल सकता है। संचार माध्यम से शुभ समाचार भी सुन सकते हैं।
मीन
इस समय आपके लिए धन खर्च होने के संकेत हैं। शत्रुपक्ष पर प्रभाव बना रहेगा। कोर्ट-कचहरी से संबंधित कोई समस्या हो तो सुलझेगी। स्वास्थ्य के मामले में यह समय उत्तम कहा जा सकता है। प्रभाव में वृद्धि होगी।
उपाय- अशुभ प्रभाव को दूर करने हेतु बहती नदी में सवा पाव गुड़ व गेहूं प्रवाहित करें। सूर्य को दूध-मिश्री मिले जल का अर्घ्य दें।