जब सूर्य वृश्चिक राशि में आते हैं तो इसे सूर्य वृश्चिक संक्रांति कहा जाता है। इस बार 17 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में आ रहे हैं। इस दिन भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। साथ ही सूर्योदय के समय उन्हें अर्घ्य दिया जाता है। विष्णु भगवान की पूजा करना भी शुभ होता है।
सूर्य देव पिछले एक महीने से तुला राशि में चल रहे थे। 17 नवंबर को दिन में 11 बजकर 48 मिनट पर अपने मित्र ग्रह की राशि वृश्चिक में प्रवेश करेंगे। अगले एक महीने सूर्य इस राशि में रहकर राजनीति, देश और मानव जीवन को प्रभावित करेंगे।
शनिवार के दिन यह संक्रांति होने के कारण यह राक्षसी संक्रांति है। अपने नाम के अनुसार यह संक्रांति चोर, पापकर्म करने वालों एवं दुष्टों के लिए अनुकूल है। इसलिए इस अगले एक महीने अच्छे लोगों को अधिक सजग और सतर्क रहना होगा।
रसदार पदार्थ, दूध, तेल, घी, तिल, चावल, चना एवं मक्के की कीमत में वृद्धि हो सकती है। हालांकि आंकड़ों में महंगाई दर में कमी दिखेगी।
कानून व्यवस्था की स्थिति संभलेगी। किसी बड़ी आपराधिक साजिश का पर्दाफाश हो सकता है। राजनीति में जनता का प्रभाव बढ़ेगा। आपराधिक छवि वाले एवं भष्ट नेताओं का जनता बहिष्कार करेगी।
वृश्चिक, मीन, मकर और वृष 4 राशि वालों को सूर्य अनुकूल परिणाम देंगे। इनका आत्मबल बढ़ेगा। नौकरी एवं व्यापार में लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। सम्मान एवं अधिकारियों से सहयोग मिलेगा।
12 राशियों में सूर्य के प्रवेश को संक्रांति कहते हैं। सूर्य 12 राशियों में, मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुंभ और मीन राशियों में प्रवेश करते हैं। जिस तरह जब सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है तो मकर संक्रांति मनाई जाती है। उसी तरह जब सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करता है तो इस दिन वृश्चिक राशि मनाई जाती है।
इस मार्गशीर्ष संक्रांति का पुण्य काल 17 नवंबर की सुबह 7 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। यदि सूर्य का गोचर आपके लिए शुभ है तो अति उत्तम रहेगा किंतु अशुभ है तो कष्ट कारक रहेगा। अतः सभी 12 राशियों पर वृश्चिक राशि पर सूर्य के गोचर का प्रभाव कैसा रहेगा।
मेष राशि
प्रभाव में वृद्धि होगी और यश प्राप्त करेंगे। इस अवधि के मध्य अग्नि, विष एवं दवाओं के रिएक्शन से बचें। व्यर्थ के झगड़े विवाद से दूर ही रहें, कटु भाषा का प्रयोग करने से भी बचें, वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं।
वृषभ राशि
ससुराल पक्ष से संबंध बनाकर रखें, पति-पत्नी के मध्य होने वाले वैचारिक मतभेदों को ग्रह योग समझकर भूल जाएं। व्यापारिक वर्ग के लिए भी माह कठिन परीक्षा लेगा, मानसिक कष्ट के बावजूद मकान वाहन के क्रय का योग बन रहा है।
मिथुन राशि
स्वास्थ्य का ध्यान रखें, कोर्ट कचहरी के मामलों में फैसला आपके पक्ष होने का योग है। शत्रु परास्त होंगे किंतु इस अवधि के मध्य कर्ज के लेन-देन से बचें। विदेशी व्यक्ति अथवा कंपनियों से लाभ होगा, सत्ता पक्ष से सहयोग मिलेगा। उच्चाधिकारियों से मेलजोल बनाकर रखें।
कर्क राशि
संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। प्रादुर्भाव का भी योग बना हुआ है। विद्यार्थी वर्ग के लिए सलाह है कि परीक्षा में अच्छे अंक के लिए और अधिक मेहनत करें। प्रेम संबंधी मामलों में निराशा के योग अतः इसमें समय नष्ट न करें। कार्य योजनाओं को मूर्तरूप दें।
सिंह राशि
मकान वाहन के क्रय का योग तो बनेगा किंतु,माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंता भी बढ़ेगी और स्वयं भी मानसिक कष्ट से परेशान हो सकते हैं। यदि इस अवधि के मध्य यात्रा करते हैं तो अपना सामान चोरी होने से बचाएं। उच्चाधिकारियों एवं शासन सत्ता का सदुपयोग करें।
कन्या राशि
सूर्य आपके साहस और पराक्रम की वृद्धि कराएंगे। अपनी उर्जा शक्ति का भरपूर उपयोग करेंगे तो कामयाबियों के चरम तक पहुंचेंगे। अपनी जिद और आवेश पर नियंत्रण रखें। सामाजिक पड़ प्रतिष्ठा में वृद्धि एवं नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे।
तुला राशि
पारिवारिक कलह का योग बनाएगा। आकस्मिक धन प्राप्ति के योग भी बन रहे हैं, गया हुआ धन मिलने के संकेत। आय की दृष्टि से यह समय बेहतरीन है संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी प्रेम विवाह का भी योग बन रहा है प्रयास कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि
शरीर में कैल्शियम की पूर्ति होगी। रोजगार की दिशा में किया जा रहा प्रयास सार्थक रहेगा। नौकरी में पदोन्नति एवं नए अनुबंध की प्राप्ति के योग है। अचल संपत्ति में धन लगाएंगे तो काफी लाभदायक रहेगा।
धनु राशि
खर्च की अधिकता रहेगी, दूर देश की यात्रा करेंगे। विदेशी मित्रों अथवा संबंधियों से सहयोग के संकेत, विदेश में नौकरी हेतु आवेदन करना चाहें तो भी समय अनुकूल है। अधिक व्यय से बचें अन्यथा आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है, नेत्र विकार से बचें।
मकर राशि
सूर्य का गोचर सभी अरिष्टों का शमन करेगा, आय के साधन तो बढ़ेंगे ही व्यापार में भी उन्नति के योग। आप विद्यार्थी हैं तो शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता की बेहतरीन संभावना, इसीलिए पढ़ाई पर अधिक ध्यान दें। नई सर्विस हेतु आवेदन करना अथवा नए अनुबंध पर भी हस्ताक्षर करने का निर्णय भी बेहतर रहेगा।
कुंभ राशि
सूर्य का गोचर शासन सत्ता का सुख प्रदान करेगा ही नौकरी में पदोन्नति के भी योग बन रहे हैं। इस अवधि के मध्य आपके द्वारा लिए गए निर्णय एवं किए गए कार्यों की सराहना भी होगी फिर भी जबतक योजनाओं को अंतिम रूप न दें उसे सार्वजनिक न करें, माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें।
मीन राशि
सूर्य का गोचर मिलाजुला फल प्रदान करेगा, कई बार कार्य होते होते रह जाएगा अथवा पूर्ण होने में समय लेगा किंतु हताश न हों, सफलता अवश्य मिलेगी। इस अवधि के मध्य परिश्रम का पूराफल मिलने में संदेह रहेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी, यात्रा देशाटन का आनंद मिलेगा। सामाजिक पद प्रतिष्ठा की वृद्धि होगी।