विश्व में ऐसे सैंकड़ों लोग हुए हैं जिन्होंने भविष्य के घटनाक्रम और परिवर्तन को लेकर कई भविष्यवाणियां की हैं। बहुतों की भविष्यवाणियां सही साबित हुई है तो बहुतों की गलत। जिनकी भविष्यवाणियां सही साबित हुई है उसके सही साबित होने के कई कारण हैं।
हालांकि बहुत से लोग यह भी दावा करते हैं कि हमारे धर्मग्रंथों में भविष्यवाणियां हैं। ऐसे भी कई लोग हैं जो धर्मग्रंथों के आधार पर भविष्यवाणियां करते हैं। सभी की भविष्यवाणियों में यह देखा गया है कि वे पहेलीनुमा होती है। अधिकतर मौके पर किसी घटना के घटने के बाद ही उक्त पहेलियों को उस घटना से जोड़कर देखा जाता है। खैर...यहां दुनिया के टॉप 10 भविष्यवक्ताओं के नाम जानिए...
1.नास्त्रेदमस : यह सबसे प्रचलित और विवादित नाम है। 14 दिसंबर 1503 को फ्रांस में जन्मे नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियां 100 छंदों के अनेक शतकों में की हैं। ऐसे शतकों की संख्या 12 है जिनमें से अंतिम 2 शतकों के अनेक छंद उपलब्ध नहीं हैं। इन शतकों को 'सेंचुरी' कहा गया है। नास्त्रेदमस की इस कालगणना के अनुसार हम चन्द्रमा की द्वितीय महान चक्र अवधि से गुजर रहे हैं, जो सन् 1889 से शुरू हुई है और सन् 2243 में समाप्त होगी। नास्त्रेदमस के अनुसार, यह अवधि मनुष्य जाति के लिए रजत युग है। नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणियां लगभग 499 वर्ष पहले की थीं। उनकी कई भविष्यवाणियां झूठी साबित हुई है।
2. बाबा वेंगा (baba vanga): कुछ वर्षों में ही इनका नाम प्रचलित हुए है। बुल्गारिया की भविष्यवक्ता बाबा वेंगा को ‘नास्त्रेदमस फ्रॉम द बाल्कन’ के नाम से जाना जाता है। दावा किया जाता है कि उन्होंने जितनी भी भविष्यवाणियां की हैं, वे सभी सच हुई हैं। बाल्कन ने पिछले दिनों फ्रांस और अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले से लेकर सुनामी, फुकुशिमा हादसे और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों के सामने आने की भविष्यवाणियां की थीं, जो सच निकलीं। हालांकि जानकार कहते हैं कि पहेलियों का कुछ भी अर्थ निकाला जा सकता है।
3. प्रोफेसर कीरो ( cheiro) : हस्तरेखा के विशेषज्ञ कीरो का नाम भी भविष्यवक्ताकों की सूच में अव्वल है। कीरो का जन्म नवंबर 1866 में इंग्लैंड के ब्रे नामक स्थान पर हुआ था। 17 वर्ष की उम्र में कीरो मुंबई आ पहुंचे और यहां ख्यात ज्योतिषी वेदनारायण जोशी से मिले और उनसे परामर्श करके वे हिमालय, कश्मीर, लद्दाख और वाराणसी गए तथा ज्योतिष शास्त्र का गहन अध्ययन किया। 3 वर्ष में वे ज्योतिष, तंत्र आदि का ज्ञान प्राप्त करके वापस लौटे। उन्होंने अपने जीवन में योरप और भारत को लेकर कई भविष्यवाणियां की हैं।
4. पीटर हरकौस (Peter Hurkos) : हॉलैंड के भविष्यवक्ता पीटर हरकौस की प्रसिद्धि दूर-दूर तक थी। कहते हैं कि उन्हें अतीन्द्रिय दर्शन की यह अद्भुत क्षमता एक दुर्घटना में अनायास ही प्राप्त हुई थी। दुर्घटना में वे ठीक हो गए थे। इस शताब्दी के महानतम भविष्यवक्ता पीटर हरकौस ने अपनी भविष्यवाणी में लिखा है कि 'भारत में आध्यात्मिकता तथा धार्मिकता की जो लहर उठेगी, वह सारे विश्व में छा जाएगी।'
5 जीन डिक्सन (jean dixon) : अमेरिका की भविष्यवक्ता जीन डिक्सन अपनी अचूक भविष्यवाणियों के लिए विख्यात है। उन्हें प्रसिद्धि तब मिली, जब उन्होंने खुद सन् 1644 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रुजवेल्ट के देहावसान की तिथि उनके दफ्तर में जाकर दे दी थी। कहते हैं कि उन्होंने जॉन कैनेडी की राष्ट्रपति के रूप में जीत तथा 4 साल के भीतर ही उनका हत्या की भविष्यवाणी डिक्सन ने सन् 1656 में ही कर दी थी। भारत के संबंध में श्रीमती डिक्सन ने नेहरू के निधन तथा शास्त्रीजी के नेहरू का उत्तराधिकारी चुने जाने की भविष्यवाणी भी बहुत पहले कर दी थी। निक्सन ने यह भी कहा था कि भारत में 1685 के बाद तीव्र घटना चक्र गतिशील होगा और वह भौतिक, आध्यात्मिक तथा राजनीतिक दृष्टि में तीव्रता से प्रगति करेगा।
6. जूल्स वर्ने (Jules Verne) : विश्वविख्यात भविष्यवक्ता जूल्स वर्ने एक लेखक भी थे। उन्होंने भी विश्व राजनीति के बारे में कई भविष्यवाणियां की थीं। उन्होंने अधिकतर भविष्यवाणियां विज्ञान संबंधी की हैं। भारत संबंधी कुछ भविष्यवाणियों की बड़ी चर्चा होती है। जिसमें पाकिस्तान के टुकड़े टुकड़े हो जाने की भविष्यवाणी काफी चर्चित है।
7.प्रो. हरार : इसराइल के प्रसिद्ध ज्योतिष और भविष्यवक्ता प्रोफेसर हरार का जन्म इसराइल के एक यहूदी परिवार में हुआ था। अपनी अचूक व शत-प्रतिशत भविष्यवाणियों के लिए वे विश्वविख्यात हैं। उनका कहना है कि किसी दिव्य पुरुष का जन्म भारतवर्ष में हुआ है और वह 1970 तक आध्यात्मिक क्रांति की जड़ें बिना किसी लोक-यश के भीतर ही भीतर जमाता रहेगा और उसके बाद उसका प्रभुत्व सारे एशिया और विश्व में हो जाएगा तथा उसके कथन को सुनने और मानने को बाध्य होगा। हरार ने भारत और पाकिस्तान युद्ध और एक नया देश बंगलादेश बनने की भविष्यवाणी भी कर दी थी।
8. एंडरसन : अमेरिका के एक प्रसिद्ध भविष्यवक्ता एंडरसन ने भविष्यवाणी की है कि भारत के छोटे से देहात में जन्मा एक परम धार्मिक व्यक्ति मानव इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति बनेगा। जनता उसे बहुत मानेगी। वह व्यक्ति समस्त विश्व के लिए आदर्श संविधान का निर्माण करेगा। संविधान के अनुसार सारे संसार की एक भाषा, एक संघीय राज्य, एक सर्वोच्च न्याय पालिका, एक झंडा आदि का विधान होगा। इस व्यक्ति के प्रभाव से सारे विश्व में एक अपूर्व सुख-शांति छा जाएगी व मनुष्यों में संयम, सदाचार, त्याग, नीति, मानवता, सहिष्णुता आदि गुणों को जीवन में उतारने की होड़ जग जाएगी। भारतवर्ष का महापुरुष अपने अपूर्व प्रेम व महानता से सारे विश्व को परम सुखदायी स्वरूप में परिवर्तित कर देगा।
9.डॉ. जूलबर्न : फ्रांस के भविष्यवक्ता डॉ. जूलबर्न के अनुसार भारतवर्ष में किसी एक ऐसे रहस्यमयी व्यक्ति का जन्म हो चुका होगा, जो आज तक के इतिहास का सबसे अधिक समर्थ व्यक्ति सिद्ध होगा। उसके बनाए विधान सारे संसार में लागू होंगे। यह व्यक्ति सन् 1962 से पूर्व ही जन्म ले चुका होगा। उसके अनुयायियों की बड़ी संख्या भी है। उसके अनुयायी एक समर्थ संस्था के रूप में प्रकट होंगे और देखते ही देखते सारे विश्व में अपना प्रभाव जमा लेंगे और असंभव दिखने वाले परिवर्तनों को आत्मशक्ति के माध्यम से सरलता व सफलतापूर्वक संपन्न करेंगे। इस परिवर्तन को कोई रोक नहीं सकेगा।
10. गेलार्ड क्राइसे : हॉलैंड के भविष्यवक्ता गेलार्ड क्राइसे ने पश्चिमी जगत और भारत को लेकर कई भविष्यवाणियां की हैं। वे भी कहते हैं कि भारत में किसी महान पुरुष का जन्म होगा जो संपूर्ण दुनिया का चहेता बनेगा। इसी तरह ब्रिटेन के भविष्यवक्ता आर्थर चाल्र्स क्लार्क भी पश्चिमी जगत, विज्ञान और भारत को लेकर कई भविष्यवाणियां कर चुके हैं। इसी तरह अमेरिका के भविष्यवक्ता चाल्र्स क्लार्क के अनुसार- 20वीं सदी के अंत से पहले एक देश विज्ञान की उन्नति में सब देशों को पछाड़ देगा, परंतु भारत की प्रतिष्ठा विषेशकर इसके धर्म और दर्शन से होगी जिसे पूरा विश्व अपना लेगा। यह धार्मिक क्रांति 21वीं सदी के प्रथम दशक में संपूर्ण विश्व को प्रभावित करेगी और मानव को आध्यात्मिकता पर विवश कर देगी।
हालांकि यहां उपरोक्त 10 नामों के अलावा अन्य 10 नाम और लिए जा सकते थे। जैसे मैडम ब्लावट्स्की (Helena Blavatsky) आदि।