Weekly Muhurat : 17 से 23 अक्टूबर 2022, नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त, यहां पढ़ें...

पं. हेमन्त रिछारिया
यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं 17 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2022 तक के साप्ताहिक मुहूर्त (October Weekly Muhurat)। यहां जानिए नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त में हिन्दू कैलेंडर के अंतर्गत आने वाले विशेष पर्व, आगामी त्योहार, दिवस विशेष, पर्व, ग्रह परिवर्तन आदि से संबंधित खास जानकारी। पढ़ें नए मुहूर्तों की खास सौगात। Weekly Panchang Muhurat 
 
(साप्ताहिक मुहूर्त : 17 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2022 तक)
 
17 अक्टूबर 2022, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अहोई अष्टमी व्रत/सौर कार्तिक मास प्रारंभ
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में बताशे भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

18 अक्टूबर 2022, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-देवदर्शन/शुक्र गोचर
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमा मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्जवलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

19 अक्टूबर 2022, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य 
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कर्क 
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में मूंग दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

20 अक्टूबर 2022, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/बुधास्त
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में केसर चढाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

21 अक्टूबर 2022, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष--कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-रमा एकादशी व्रत (सर्वे.)/गौवत्स द्वादशी/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-मंदिर में छैने से बनी मिठाई चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

22 अक्टूबर 2022, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल-प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अमृत योग/प्रदोष व्रत/धनतेरस/यम दीपदान/हेमन्त ऋतु प्रारंभ     
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-धनवन्तरी कलश की स्थापना कर चांदी क्रय करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

23 अक्टूबर 2022, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
संवत्सर नाम-राक्षस
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/नरक चतुर्दशी
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-घर के बाहर चौमुखा दीपक प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

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