जानिए, रुद्राक्ष क्या है, दूर रहे गलत धारणाओं से...

पं. हेमन्त रिछारिया
रुद्राक्ष का वृक्ष एक उष्णकटिबंधीय वनस्पति हैया कहें कि रुद्राक्ष का वृक्ष एक सदाबहार वनस्पति है। इसकी पत्ती चमकदार व लम्बी होती एवं तना कठोर,बेलनाकार व लम्बा होता है। इसकी छाल का रंग भूरा या सफ़ेद होता है। रुद्राक्ष के वृक्ष का फ़ूल सफेद रंग का होता है। इसका फल शुरू में हरा एवं पकने के उपरांत नीला व सूखने पर काला हो जाता है। रुद्राक्ष इसी फल की गुठली को कहते हैं। हमारे शास्त्रों में रुद्राक्ष को भगवान शिव के नेत्रों के सदृश्य माना है। मुख्य रूप से रुद्राक्ष की तीन प्रजातियां होती हैं-
 
1. नेपाली रुद्राक्ष
2. इंडोनेशियाई रुद्राक्ष
3.  भारतीय रुद्राक्ष

ALSO READ: हर रुद्राक्ष का है एक विशेष मंत्र, पढ़ें विशेष जानकारी
 
'रुद्राक्ष' में प्राकृतिक रूप से छिद्र व धारियां होती हैं जिन्हें 'मुख' कहा जाता है। शास्त्रों में 1 से 14 मुखी तक के 'रुद्राक्ष' का वर्णन मिलता है। रुद्राक्ष प्रमुखतः चार आकारों में पाए जाते हैं-
 
1. गोल
2. बेलनाकार
3. चपटे
4. अर्द्धचंद्राकार
इसमें गोल रुद्राक्ष सर्वश्रेष्ठ होता है। एक मुखी रुद्राक्ष को साक्षात भगवान शिव का रूप माना जाता है।

ALSO READ: यश की कामना है तो रुद्राक्ष की माला से करें 8 शिव मंत्रों का जप 
गलत मान्यताएं-
 
-तांबे के दो सिक्कों के बीच घूमने वाला रुद्राक्ष ही असली है। 
-पानी पर तैरने वाला रुद्राक्ष ही असली होता है।
-टहनियों पर लगे रुद्राक्ष ही असली होते हैं जैसा कि कुछ तीर्थ स्थानों पर पेड़ की छोटी-छोटी टहनियों को लेकर कुछ लोग घूमते रहते हैं। रुद्राक्ष एक फल की गुठली होता है।

ALSO READ: कहां से आया रुद्राक्ष, पढ़ें कथा और हर रुद्राक्ष का महत्व
 
ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
Show comments

ज़रूर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि के पहले दिन भूलकर भी न करें ये 10 काम, बढ़ सकती हैं परेशानियां

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि में कम करना चाहते हैं वजन, तो भूलकर भी ना खाएं ये 6 चीजें

Chaitra navratri diet: नवरात्रि में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल? जानें सही डाइट टिप्स

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

29 मार्च को बन रहे हैं षष्टग्रही योग, रहें सावधान, करें 6 उपाय

सभी देखें

नवीनतम

28 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

28 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

गुड़ी पड़वा पर कैसे बनाएं और सजाएं गुड़ी, जानें क्या है जरूरी सामग्री?

13 वर्षों बाद बनेगा रामनवमी पर दुर्लभ 'रविपुष्य योग'

Chaitra Navratri 2025 Ghatasthapana: चैत्र नवरात्रि घट स्थापना और अखंड ज्योति मुहूर्त

अगला लेख