देवगुरु बृहस्पति की घर वापसी

बृहस्पति का मीन राशि में प्रवेश

Webdunia
ND
देवगुरु बृहस्पति 12 वर्ष तक विभिन्न राशियों में गोचर करने के बाद अपने घर लौट रहे हैं। देवगुरु की घर वापसी लोगों के लिए फलदायी होगा। ज्योतिषी डॉ. दीपक शर्मा के अनुसार देवगुरु बृहस्पति अपने घर लौट रहे हैं। उनकी यह वापसी 12 वर्षों के बाद हो रही है। इस दिन जहाँ बैसाख पक्ष की हस्त नक्षत्र है, वहीं प्रदोष व्रत भी पड़ रहा है। इस राशि में वे 11 जनवरी 2011 तक रहेंगे।

इस बीच नवंबर और दिसंबर 2010 में उनकी वक्री गति भी रहेगी। उन्होंने बताया कि बृहस्पति मीन राशि का स्वामी है। उसके घर वापसी से देश, प्रदेश और जनसामान्य के लिए उपलब्धि भरा रहेगा। इस ज्योतिषीय घटना से कन्या, मीन और धनु राशि के जातक सर्वाधिक लाभ में रहेंगे।

इसके अलावा खाद्य पदार्थों, स्वर्ण आभूषण, शेयर मार्केट और इलेक्ट्रॉनिक के व्यवसाय में तेजी आने की संभावना है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों की मूल जन्म पत्रिका में बृहस्पति बलवान है अथवा मीन राशि के हैं, उन लोगों को विशेष लाभ होगा। जिन नेताओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति योगकारी है उन्हें बड़े पद की प्राप्ति होगी। वहीं कन्या और मीन राशि के जातकों की शादी सुनिश्चित है। मीन राशि के जातकों के लिए यह वर्ष उपलब्धिपूर्ण रहेगा।

ND
राशि के जातकों को लाभ :
- मेष राशि : शत्रुओं से सावधान रहना होगा।
- वृषभ राशि : आर्थिक लाभ होगा और संतान सुख मिलेगा।
- मिथुन राशि : व्यापार, नौकरी और करियर में लाभ मिलेगा।
- कर्क राशि : भाग्यजनित सफलता मिलेगी, वहीं उच्च पद की प्राप्ति भी हो सकती है।
- सिंह राशि : स्वास्थ्यगत सावधानी बरतनी होगी।
- कन्या राशि : मंगलकारी होने के साथ-साथ अविवाहितों के लिए विवाह सुनिश्चित है।
- तुला राशि : शत्रु बढ़ेंगे। सेहत का ध्यान रखें।
- वृश्चिक राशि : संतान सुख मिलेगा। गुप्त धन मिलेगा।
- धनु राशि : संपत्ति और वाहन का सुख मिलेगा। पदोन्नति होगी।
- मकर राशि : पराक्रम में वृद्घि होगी। निवेश से लाभ।
- कुंभ राशि : बृहस्पति का गमन फायदेमंद होगा। यश प्राप्ति होगी।
- मीन राशि : वर्ष उपलब्धिपूर्ण रहेगा। मकान के प्रबल योग।

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Ram Navami 2025: रामनवमी कब है, क्या है प्रभु श्रीराम की पूजा का शुभ मुहूर्त और योग?

विवाह में हो रही है देरी तो रंग पंचमी पर करें ये 5 अचूक उपाय

रंगपंचमी को क्यों कहते हैं देव होली, कैसे मनाते हैं इस त्योहार को?

रंग पंचमी पर आजमा लें ये 5 अचूक उपाय, पूरा साल रहेगा खुशियों भरा

इन 5 कारणों से मनाते हैं होली के बाद रंग पंचमी, रंगपंचमी का महत्व और कहां-कहां है इसका प्रचलन

सभी देखें

नवीनतम

20 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

20 मार्च 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

Aaj Ka Rashifal: आज किन राशियों को मिलेगा भाग्य का साथ, पढ़ें 19 मार्च, रंगपंचमी का राशिफल

19 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

19 मार्च 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त