1. नांदी मुख श्राद्ध करना चाहिए।
2. हरिवंश पुराण का पाठ करवाना व सुनना चाहिए।
3. पितृ तर्पण करना चाहिए।
4. गणेशजी को प्रतिदिन इस श्लोक के साथ दूर्वा चढ़ाना चाहिए।
विष्णवादि सर्व देवानां, दूर्वा वे प्रीतिदा सदा।
वंशवृद्धि करी नित्यं, गणेशाया पर्थाम्यहम्।।
5. गर्भाधान संस्कार मुहूर्त से करना चाहिए।
6. गोपाल संतान मंत्र का जप करना चाहिए।