शुभफलदायी रहेगी यह हनुमान जयंती मंगलवार के शुभ संयोग में मनेगी हनुमान जयंत ी इस बार हनुमान जयंती मंगलवार के दिन चित्रा नक्षत्र, हर्षल योग व बव करण के साथ आ रही है। पंचांगीय गणना के हिसाब से देखें तो तिथि, वार, नक्षत्र, योग व करण का यह संयोग आराधना की दृष्टि से श्रेष्ठ है। इस दिन से शुरू की गई हनुमान आराधना भक्तों को सुख-समृद्घि प्रदान करेगी। साथ ही शनि की ढैया व साढ़ेसाती से प्रभावित जातकों को लाभ होगा।
ग्रह गोचर में जब शनि, मंगल व राहु वक्री चल रहे हों तथा चैत्र मास में पांच मंगलवार का योग हो, ऐसे में मंगलवार के दिन पंचाग के पांच विशिष्ट योग में हनुमान जयंती का आना शुभ है। इस दिन ग्रहों के राजा सूर्य का मंगल की राशि मेष में परिभ्रमण करना भी हनुमानजी की आराधना के लिए विशेष शुभ माना गया है।
अतः विभिन्न राशि के जातकों को इच्छित फल की प्राप्ति के लिए हनुमानजी की आराधना करना चाहिए।
मिलेगी ग्रह पीड़ा से शांति़ :- हनुमान जयंती पर हनुमानजी को चोला, लाल ध्वज, गुड़ का रोट (मीठी रोटी) चढा़ने, संन्यासियों को भोजन कराने, पीपल के वृक्ष को जल, पशु-पक्षियों को दाना-पानी अर्पित करने से जन्म कालिक शनि, मंगल तथा राहु की खराब स्थिति सुधरती है और ग्रह की पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
विभिन्न राशि के जातकों के लिए सरल उपाय
मेष : हनुमंत स्तोत्र के 5 पाठ करें।
वृषभ : सुंदरकांड का पाठ करें।
मिथुन : अयोध्याकांड का पाठ करें।
कर्क : किष्किंधा कांड का पाठ करें।
सिंह : अरण्यकांड का पाठ करें।
कन्या : सुंदरकांड का पाठ करें।
तुला : बालकांड का पाठ करें।
वृश्चिक : राममंगलाशासनम् का पाठ करें।
धनु : रामरक्षास्तोत्र का पाठ करें।
मकर : हनुमान चालीसा के 21 जाप करें।
कुंभ : हनुमान कवच का पाठ करें।
मीन : हनुमान सौरठा का पाठ करें।