बहुत चमत्कारिक रत्न है लाजवर्त, फायदे जानकर चौंक जाएंगे

अनिरुद्ध जोशी
मणियां कई प्रकार की होती है। जैसे घृत मणि, तैल मणि, भीष्मक मणि, उपलक मणि, स्फटिक मणि, पारस मणि, उलूक मणि,  मासर मणि और लाजावर्त मणि। ज्योतिष के अनुसार लाजावर्त मणि के बारे में जानिए अद्भुत जानकारी।
 
 
कैसी होती है लाजावर्त मणि- यह कई प्रकार की होती है। लाजावर्त नाम का एक पत्थर भी होता है। लाजावर्त या लाजवर्द मणि का रंग मयूर की गर्दन की भांति नील-श्याम वर्ण के स्वर्णिम छींटों से युक्त होता है। यह मणि भी प्राय: कम ही पाई जाती है, लेकिन पत्‍थर मिलता है। इसके नाम से कई नकली पत्‍थर भी बाजार में मिलते हैं।
 
 
नीलम की तरह यह भी नीले रंग का होता है। गाढ़े नीले रंग का लैपिस (लाजावर्त) ज्‍यादा अच्‍छा माना जाता है बशर्ते इसमें हरे या भूरे रंग के व्‍यवस्‍थ‍ित पैटर्न हों।
 
 
कैसे धारण करें- लाजावर्त को चांदी की अंगूठी में बनवा के सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण किया जाता है। इसे गले में भी धारण किया जाता है। इसे धारण करने से पहले किसी ज्योतिष से अवश्य सलाह लें।
 
इस मणि को धारण करने के लाभ- कहते हैं कि लाजावर्त मणि को धारण करने से बल, बुद्धि एवं यश की वृद्धि होती ही है। माना जाता है कि इसे विधिवत रूप से मंगलवार के दिन धारण करने से भूत, प्रेत, पिशाच, दैत्य, सर्प आदि का भी भय नहीं रहता।
 
 
लाजावर्त मणि या पत्‍थर तीनों क्रूर ग्रहों (शनि, राहु और केतु) के दोषों और कुप्रभावों को भी खत्म करता है। व्यक्ति घटना, दुर्घटनानों से बच जाता है। इससे सभी तरह का काला जादू और किया-कराया समाप्त हो जाता है। यह मणि पितृदोष को भी समाप्त कर देती है।
 
 
कहते हैं कि इससे नौकरी या व्यवसाय में आ रही अड़चने भी दूर होती है। विद्यार्थियों के लिए यह आत्मविश्वास बढ़ाने वाला माना जाता है। इसको धारण करने से तनाव या अवसाद कम होता है।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

चैत्र नवरात्रि में अष्टमी पर करें ये एकमात्र पूजा, नवमी की माता भी हो जाएंगी प्रसन्न

12 साल बाद गुरु के साथ शुक्र की युति से बनेगा गजलक्ष्मी योग, 7 राशियां हो जाएंगी मालामाल

वास्तु में हर प्रवेश द्वार का है महत्व, जानें किससे क्या फायदा और क्या नुकसान

अप्रैल 2024 में 12 राशियों का भविष्‍यफल, जानें पंडित सुरेंद्र बिल्लौरे से

राहु और केतु के मकान की पहचान करके ही चयन करें घर का

Aaj Ka Rashifal: 14 अप्रैल का राशिफल, जानें आज किन राशियों को मिलेगी कार्य में सफलता

14 अप्रैल 2024 : आपका जन्मदिन

14 अप्रैल 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Chaitra navratri 2024: चैत्र नवरात्रि में जपें नवदुर्गा के दिव्य बीज मंत्र

सूर्य और शुक्र मिलकर बनाएंगे शुक्रादित्य योग, 3 राशियों की खुल जाएगी किस्मत

अगला लेख