आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है।
 
									
			
			 
 			
 
 			
					
			        							
								
																	
	 
	प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त
	 
	शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
 
									
										
								
																	
	अयन- उत्तरायण 
	मास-ज्येष्ठ
	पक्ष-शुक्ल
 
									
											
									
			        							
								
																	
	संवत्सर नाम-आनन्द
	ऋतु-ग्रीष्म
	वार-शुक्रवार
 
									
											
								
								
								
								
								
								
										
			        							
								
																	
	तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
	नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
 
									
					
			        							
								
																	
	योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात
	करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
 
									
					
			        							
								
																	
	लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
	शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
 
									
					
			        							
								
																	
	राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
	दिशा शूल-वायव्य 
	योगिनी वास-ईशान
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	गुरु तारा-उदित
	शुक्र तारा-उदित
	चंद्र स्थिति-कन्या
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	व्रत/मुहूर्त-अन्नप्राशन/झांसी की रानी की पुण्यतिथि
	यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
	आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में खीर चढ़ाएं।
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
	 
	(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
									
			                     
							
							
			        							
								
																	
	 
	-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
	प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र