अश्लेषा नक्षत्र : इस नक्षत्र का स्वामी बुध है। अश्लेषा नक्षत्र में जन्म होने पर जन्म राशि कर्क तथा राशि स्वामी चन्द्रमा, वर्ण ब्राह्मण, वश्य जलचर, योनि मार्जार, महावैर यानी मूषक, गण राक्षस तथा नाड़ी अन्त्य है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वालों पर जीवनभर बुध व चन्द्र का प्रभाव पड़ता है।
* प्रतीक चिन्ह : सर्प
*रंग : लाल
*अक्षर : ड
*देव : सर्प
*वृक्ष : नागकेशर
*नक्षत्र स्वामी : बुध
*शारीरिक रचना : दुबला लेकिन कठोर शरीर, मादक और तेज आंखें।
भौतिक सुख : स्त्री और पुत्र का सुख।
*सकारात्मक पक्ष : धाराप्रवाह बोलने वाला, हंसमुख, कलात्मक अभिरुचियों वाला, साहित्य तथा संगीत प्रेमी, प्रसिद्ध और नेतृत्वशील, सफल व्यापारी।
*नकारात्मक पक्ष : यदि बुध और चन्द्र खराब स्थिति में है तो जातक चालाक, क्रूर स्वभाव, व्यर्थ भ्रमण करने वाला, व्यर्थ धन को गंवाने वाला, परिवर्तनशील आचरणयुक्त, कामासक्त, कभी-कभार चोरी करने वाला, आलसी, स्वार्थी, अकस्मात आहत होने वाला होता है।
- प्रस्तुति : शताय ु