Hanuman Chalisa

उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे जातक का भविष्यफल

Webdunia
0 डिग्री से लेकर 360 डिग्री तक सारे नक्षत्रों का नामकरण इस प्रकार किया गया है- अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, अश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वा भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती। 28वां नक्षत्र अभिजीत है।

आइए जानते हैं उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे जातक का भविष्यफल ।

' उत्तराषाढ़ा' का अर्थ होता है विजय के पश्चात। नक्षत्र मंडल में यह 21वां नक्षत्र है। पूर्वाषाढ़ा तथा उत्तराषाढ़ा नक्षत्र भी उसी प्रकार से जोड़ा बनाते हैं जिस प्रकार पूर्वा फाल्गुनी तथा उत्तरा फाल्गुनी जिसके चलते इन दोनों नक्षत्रों के चरित्र में कुछ समानताएं भी पाई जाती हैं।

अगले पन्ने पर जानिए उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में जन्म जातक का भविष्यफल...


FILE


उत्तराषाढ़ा नक्षत्र : उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का स्वामी सूर्य है। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का पहला चरण धनु राशि में स्थित होता है तथा इस नक्षत्र के शेष 3 चरण मकर राशि में स्थित होते हैं जिसके चलते इस नक्षत्र पर धनु राशि के स्वामी ग्रह बृहस्पति तथा मकर राशि के स्वामी ग्रह शनि का भी प्रभाव पड़ता है। इस तरह उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में जन्मे जातक पर सूर्य, शनि और गुरु का प्रभाव बना रहता है।

* प्रतीक : हाथी के दांत
* वृक्ष : कटहल का वृक्ष
* रंग : कॉपर
* अक्षर : ब और ग
* देवता : दस विश्‍वदेव
* नक्षत्र स्वामी : सूर्य
* राशि स्वामी : गुरु, शनि
* भौतिक सुख : पद, प्रतिष्ठा और धन
* शारीरिक गठन : सामान्य, रंग फेयर

सकारात्मक पक्ष : जन्म कुंडली में शनि व सूर्य की स्थिति उत्तम रही हो तो ये अपने शुभ परिणाम देंगे। इस नक्षत्र से प्रभावित व्यक्ति साहसी और धैर्यवान होते हैं। न्याय और नियम-कानून का संजीदगी से पालन करते हैं। ऐसे व्यक्ति प्राचीन मान्यताओं पर विश्वास रखते हैं और परिवार की मर्यादा का पालन करते हैं। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र के जातकों में उचित और अनुचित में भेद कर सकने की प्रबल क्षमता होती है। उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का वर्ण क्षत्रिय, गण मान, गुण सात्विक और वायु तत्व है।

नकारात्मक पक्ष : जन्म कुंडली में शनि व सूर्य की अशुभ स्थिति रही तो बुरे फल मिलेंगे। हालांकि यह कुंडली के अन्य ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही तय होगा। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्तियों को साझेदारी के काम में सजग रहना चाहिए, क्योंकि साझेदारी के काम में इन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

प्रस्तुति : शताय ु

वेबदुनिया पर पढ़ें

Show comments

ज़रूर पढ़ें

Kartik maas 2025: कार्तिक मास के व्रत एवं त्योहारों की लिस्ट

Bhai dooj 2025: भाई दूज का पर्व कैसे मनाते हैं जानिए संपूर्ण विधि

Bhai dooj 2025: आरती की थाली मैं सजाऊं, कुमकुम और अक्षत से तिलक लगाऊं... इन संदेशों को भेजकर मनाइए भाईदूज का पर्व

Diwali 2025: धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, अन्नकूट, गोवर्धन और भाई दूज की पूजा के शुभ मुहूर्त

Diwali Weekly Horoscope: दिवाली का साप्ताहिक राशिफल, जानें यह सप्ताह किन राशियों को देगा अपार धन और सफलता का वरदान

सभी देखें

नवीनतम

Surya gochar 2025: सूर्य के तुला राशि में होने से 4 राशियों को मिलेगा लाभ ही लाभ

Aaj Ka Rashifal: आज का दैनिक राशिफल: मेष से मीन तक 12 राशियों का राशिफल (23 अक्टूबर, 2025)

23 October Birthday: आपको 23 अक्टूबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 23 अक्टूबर, 2025: गुरुवार का पंचांग और शुभ समय

Chhath puja 2025: छठ पूजा की संपूर्ण सामग्री और विधि