चन्द्र की शुभता कैसे बढ़ाएँ

जब चन्द्र अशुभ हो तो करें उपाय

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
Ravindra SethiaND
चन्द्र मन का कारक होता है। इसका प्रभाव प्रत्येक चराचर जीव पर पड़ता है। मानव शरीर ही क्या सभी जीवों में जल की मात्रा सर्वाधिक होती है। यह जल भी चन्द्र की वजह से ही प्रभावित होता है। चन्द्र का अशुभ प्रभाव सभी पर पड़ता है। विशेषकर अगर जन्मकुडंली में चन्द्र अशुभ हो तो मन-मस्तिष्क पर असर पड़ता है।

लेकिन मानव ही ऐसा प्राणी है जो बचने के उपाय कर सकता है। शुभ-अशुभ प्रभाव को समझ सकता है एवं अशुभ प्रभाव को दूर कर सकता है। मानसिक अशांति, दुधारू पशु का दूध सूख जाना, अत्यधिक प्यास लगना, गर्मी का मौसम ना हो तब भी बार-बार पानी की कमी महसूस होना। शरीर में जलन होना जैसी स्थिति कमजोर चन्द्र के कारण होती है।

कुंडली में चन्द्र किस स्थान पर बैठा है, किन ग्रहों के साथ बैठा है और किस राशि का होकर बैठा है। इन सब बातों का जातक पर प्रभाव पड़ता है। चन्द्र संबंधी कुछ विशेष तथ्य प्रस्तुत है। इन पर ध्यान देकर चन्द्र की अशुभ स्थिति को सुधारा जा सकता है और उसकी शुभता में वृद्धि भी की जा सकती है।

किसी भी जातक की पत्रिका में षष्ट भाव में चन्द्र हो तो वे दूध व पानी किसी को ना बेचें, न ही दान दें।

द्वादश में चन्द्र की स्थिति हो तो किसी भी प्रकार से मुफ्‍त में भोजन ना करावें।

चतुर्थ भाव में चन्द्र हो तो परिवार के सभी सदस्यों से चाँदी का टुकड़ा लेकर बहते जल में प्रवाहित करें।

षष्ट भाव में चन्द्र हो तो उसको खरगोश पालना चाहिए।

द्वादश भाव में चन्द्र हो तो गुरु का उपाय करना चाहिए या गुरु से संबंधित वस्तुओं को घर में रखना चाहिए ।

सच्चा गुरु बनाना चाहिए व उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए। इस प्रकार चन्द्र के अशुभ प्रभाव से बचा जा सकता है।

Show comments

ज़रूर पढ़ें

महाकुम्भ में अघोरी बाबा को मिली रशियन, अनोखी प्रेम कहानी को देख क्या कह रहे हैं लोग

Shukra Gochar 2025: शुक्र का मीन राशि में 123 दिन के लिए गोचर, जानिए 12 राशियों का राशिफल

Mahashivratri 2025 Date: महाशिवरात्रि कब है, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

महाकुंभ में न जाकर भी कैसे पुण्य कमा रहे हैं अनंत अंबानी, जानिए क्या है पूरी कहानी

Monthly Horoscope February 2025 : फरवरी का महीना 12 राशि वालों के लिए कैसा रहेगा, पढ़ें मासिक राशिफल

सभी देखें

नवीनतम

07 फरवरी 2025 : आपका जन्मदिन

07 फरवरी 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

2025 में कब है जया (अजा) एकादशी व्रत, जानें महत्व, पूजा विधि और नियम

गुप्त नवरात्रि के अंतिम दिन होगा देवी कमला का पूजन, जानें मां का स्वरूप, महत्व, विधि, लाभ और कथा

महानंदा नवमी कैसे मनाई जाती है? जानें पूजा विधि, महत्व और कथा