लगातार तीसरे माह दो ग्रहों का मिलन

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उज्जैन। सौरमंडल के प्रमुख ग्रहों के मिलन का संयोग इस शताब्दी में लगातार तीसरे माह आया, जो खगोलीय घटना की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण दिन माना गया। 22 अगस्त 2007 को गुरु एवं चन्द्र का यह दुर्लभ मिलन खगोलीय छात्र-छात्राओं के अनुसंधान के लिए एक अच्छा अवसर साबित हुआ।

खगोल वैज्ञानिकों का ऐसा मानना है कि प्रतिवर्ष ग्रहों व उपग्रहों के पास-पास आने की घटना देखने को नहीं मिलती है। लेकिन इस वर्ष, इस शताब्दी में पहली बार ऐसा संयोग मिला है जब पिछले दो माह के दौरान 18 जून को पश्चिमी आकाश में शुक्र व चन्द्रमा का मिलन देखा गया था और 1 जुलाई को शनि एवं शुक्र ग्रह के मिलन का नजारा दिखाई दिया था। इसी प्रकार लगातार तीसरे माह 22 अगस्त को भी गुरु व चन्द्रमा के पास-पास आने का नजारा देखने को मिला।

चन्द्रमा पृथ्वी से मात्र 3 लाख 84 हजार किलोमीटर की दूरी पर स्थित है व यह उपग्रह गुरु ग्रह से 41 गुना से भी अधिक छोटा है।
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