पौराणिक शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया यानी अखातीज को सर्वसिद्घ मुहूर्त माना गया है। इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु जी की उपासना और लक्ष्मी जी की पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
आज के दिन लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति का भी बहुत महत्व है। तृतीया के दिन मां लक्ष्मीजी का पूजन करना शुभ फलदायी माना जाता है। इसके पीछे यह मान्यता है कि इससे साल भर आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है।
कैसे करें पूजा एवं मंत्र जाप :-
अक्षय तृतीया के दिन शाम के समय उत्तरमुखी होकर लाल आसान पर बैठकर मां लक्ष्मीजी की उपासना की जाती है। पूजन शुरू करने से पहले एक लाल कपडे़ पर लक्ष्मीजी का चित्र स्थापित करके उसके सम्मुख 10 लक्ष्मीकारक कौडियां रखें एवं शुद्ध घी का दीपक जला लें।
अब लक्ष्मीजी का षोडशोपचार पूजन करके हर कौड़ी पर सिन्दूर चढाएं तथा लाल चंदन की माला से निम्न में से एक मंत्र की 5 माला का जाप करें। इस प्रकार के पूजन से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है तथा आपके जीवन की आर्थिक समस्या समाप्त हो जाती है।
लक्ष्मी को प्रसन्न करने के खास मंत्र :-
- ॐ आध्य लक्ष्म्यै नम:
- ॐ विद्या लक्ष्म्यै नम:
- ॐ सौभाग्य लक्ष्म्यै नम:
- ॐ अमृत लक्ष्म्यै नम:
- ॐ पहिनी पक्षनेत्री पक्षमना लक्ष्मी दाहिनी वाच्छा भूत-प्रेत सर्वशत्रु हारिणी दर्जन मोहिनी रिद्धि सिद्धि कुरु-कुरु-स्वाहा।
इस दिन श्री विष्णुसहस्त्रनाम का पाठ करना लाभदायी रहता है तथा मां लक्ष्मी के इन मंत्रों से व्यापार में उन्नति एवं आर्थिक सफलता प्राप्त होती। मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।