हत्थाजोड़ी : 5 आश्चर्यजनक लाभ देती है यह दुर्लभ जड़ीबूटी

पं. हेमन्त रिछारिया
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
हमारी सनातन संस्कृति में प्रकृति को परमात्मा सदृश मानकर उसकी आराधना की गई है। प्रकृति परमात्मा का ही अंग है इसीलिए हमने नदियों,पर्वतों एवं वृक्षों की पूजा की। हमारे वनस्पति शास्त्र में कई ऐसी दुर्लभ जड़ी-बूटियों का उल्लेख है जिन्हें प्राप्त कर पूर्ण विधि-विधान से सिद्ध कर लेने पर मनुष्य को आशातीत लाभ होता है। ऐसी ही एक अति-दुर्लभ जड़ी है 'हत्थाजोड़ी'। जो मूल रूप में एक वृक्ष की जड़ होती है। दुरुपयोग की आशंका के चलते हम उस वृक्ष के नाम का उल्लेख यहां नहीं कर रहे हैं। 
 
ALSO READ: रावण का रहस्यमयी ज्ञान, तां‍त्रिक तिलक से करें आकर्षित
 
'हत्थाजोड़ी' में वशीकरण की बड़ी अद्भुत क्षमता होती है। इसमें मां चामुंडा का वास माना गया है। इसकी आकृति मनुष्य के दोनों हाथ की बंद मुट्ठियों की भांति होती है। यह अत्यंत दुर्लभ जड़ है जो बहुत कम प्राप्त हो पाती है। आज के व्यावसायिक दौर में 'हत्थाजोड़ी' के नाम पर नकली हत्थाजोड़ी का चलन बढ़ गया है जिससे कोई लाभ नहीं होता। 

ALSO READ: तुलसी पत्ते तोड़ने से पहले यह जरूर बोलें, नहीं लगेगा दोष
 
प्राकृतिक 'हत्थाजोड़ी' को विधिपूर्वक पूर्व निमन्त्रित कर निकाला जाता है एवं विशेष मुहूर्तों जैसे रवि-पुष्य, गुरु-पुष्य, नवरात्रि,ग्रहणकाल, होली, दीपावली में विशेष मंत्रों द्वारा सिद्ध किया जाता है। सिद्धि के पश्चात् इसे चांदी की डिब्बी में सिंदूर के साथ रखा जाता है। इस प्रकार की मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी जिस व्यक्ति के पास होती है वह वशीकरण करने में सक्षम हो जाता है। उस पर मां चामुंडा की कृपा सदैव बनी रहती है।

ALSO READ: रोग, शोक, बीमारी-व्याधि सब दूर करेगा तुलसी का यह सरल मंत्र
 
मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के लाभ-
 
1. मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी पर अर्पित किए गए सिंदूर का तिलक करने से मनुष्य में वशीकरण क्षमता आ जाती है।
2 . मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को लाल रेशमी वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रखने से धन की कमी नहीं रहती।
3 . मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी को अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान में रखने व्यापार में वृद्धि होती है।
4 .मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के सम्मुख शत्रु दमन मंत्र का जप करने से शत्रु पीड़ा से मुक्ति मिलती है।
5. मंत्र सिद्ध हत्थाजोड़ी के पास रहने से कोर्ट-कचहरी व मुकदमे इत्यादि में सफ़लता मिलती है।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

गुरु पूर्णिमा कब है, जानिए गुरु पूजन विधि और मुहूर्त

138 दिन तक शनि की वक्री चाल, 5 राशियों को रहना होगा बचकर, जानिए उपाय

शिवलिंग पर बिल्वपत्र क्यों चढ़ाया जाता है, जानिए बेलपत्र की कथा

देवशयनी एकादशी व्रत में छिपे हैं स्वास्थ्य और अध्यात्म के रहस्य, पढ़ें 5 लाभ

सावन में अपनी राशि के अनुसार ज्योतिर्लिंग के दर्शन से पाएं महादेव का विशेष आशीर्वाद

सभी देखें

नवीनतम

02 जुलाई 2025 : आपका जन्मदिन

02 जुलाई 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त

नौकरी और बिजनेस में नहीं मिल रही सफलता, गुरु पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय, बदल जाएगी किस्मत

ताप्ती जयंती मनाने का क्या है महत्व, जानिए नदी के बारे में 5 रोचक बातें

जुलाई माह के व्रत त्योहारों की लिस्ट 2025

अगला लेख