झाड़ू भी देती है शुभ-अशुभ फल, जानिए झाड़ू के 10 नियम

Webdunia
हमारे पौराणिक ग्रंथों में कई शकुन-अपशकुन, मान्यताएं-परंपराएं बताई गई हैं। हमने भी अपने घर के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि यह काम मत करो, ऐसा मत करो..., नल टपकने मत दो, झाड़ू को पैर मत लगाओ, इसका आदर करो आदि....।


 

किंतु हम उनकी बातें सुनकर अनसुनी कर देते हैं, उन्हें पिछड़ा हुआ और न जाने क्या-क्या समझने लगते हैं, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि यही बातें हमारे जीवन में हमें सुख-समृद्धि, धन-दौलत, सौभाग्य-दुर्भाग्य का रास्ता बताती है। 

आइए जानते हैं झाड़ू के टोटके :- 
 
* पौराणिक ग्रंथों में कहा गया है कि अंधेरा होने के बाद घर में झाड़ू लगाना अशुभ होता है।

* जो व्यक्ति स्वप्न में नई झाड़ू लेकर अपने आपको खड़ा देखता है, तो यह सौभाग्य का प्रतीक होता है। 

 

 

* कभी भी घर में उलटा झाडू रखना अपशकुन माना जाता है।

* परिवार के किसी भी सदस्य के बाहर जाते ही तुरंत झाड़ू लगाना भी अशुभ होता है। अगर वह दूरस्थ स्थान की यात्रा पर गया हो तो उन्हें मृत्युतुल्य कष्ट होने के योग बन सकते हैं। अत: उनके जाने के बाद 1 या 2 घंटे बाद झाड़ू-पोंछा किया जाना चाहिए। 

 

 

* झाड़ू पर पैर रखना अपशकुन माना जाता है, इसका अर्थ घर की लक्ष्मी को ठोकर मारना है। 

* अगर हम झाड़ू का आदर करते हैं, तो यह महालक्ष्मी की प्रसन्नता का संकेत है। 

* नया घर/भवन बनाने के पश्चात उसमें पुराना झाड़ू ले जाना अपशकुन माना जाता है एवं यह अशुभ होता है।

 

 

* अगर घर में यदि कोई छोटा बच्चा अचानक झाड़ू लगाने लगे तो घर में अनचाहे मेहमान आने के योग बनते हैं। 

* यह बात हमेशा ध्यान रखने योग्य है कि झाड़ू को कभी भी घर से बाहर अथवा छत पर नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में चोरी की वारदात होने का भय उत्पन्न होता है। 

* झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। ऐसी जगह पर रखना चाहिए जहां से झाड़ू हमें, घर या बाहर के किसी भी सदस्यों को दिखाई नहीं दें। 


Show comments

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

एकादशी पर श्रीहरि विष्णु के साथ करें इन 3 की पूजा, घर में लक्ष्मी का स्थायी वास हो जाएगा

गंगा सप्तमी का त्योहार क्यों मनाया जाता है, जानिए महत्व

Shukra aditya yoga 2024: शुक्रादित्य राजयोग से 4 राशियों को होगा बेहद फायदा

04 मई 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका

अगला लेख