1 चुटकी चावल और मंत्र बना सकते हैं भाग्यशाली और धनवान

Webdunia
चावल यानी अक्षत हमारे ग्रंथों में सबसे पवित्र अनाज माना गया है। अगर पूजा पाठ में किसी सामग्री की कमी रह जाए तो उस सामग्री का स्मरण करते हुए चावल चढ़ाए जा सकते हैं। किसी ना किसी सामग्री को किसी ना किसी भगवान को चढ़ाना निषेध है जैसे तुलसी को कुंकु नहीं चढ़ता और शिव को हल्दी नहीं चढ़ती। गणेश तो तुलसी नहीं चढ़ती तो दुर्गा को दूर्वा नहीं चढ़ती लेकिन चावल हर भगवान को चढ़ते हैं।

आइए  पढ़ें चावल से जुड़ी कुछ खास जानकारियां : 
 
भगवान को चावल चढ़ाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि चावल टूटे हुए न हों। अक्षत पूर्णता का प्रतीक है अत: सभी चावल अखंडित होने चाहिए। मात्र 5 दाने चावल रोज चढ़ाने से अपार ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। 
 
चावल साफ एवं स्वच्छ होने चाहिए। शिवलिंग पर चावल चढ़ाने से शिवजी अतिप्रसन्न होते हैं और भक्तों अखंडित चावल की तरह अखंडित धन, मान-सम्मान प्रदान करते हैं। 
 
घर में अन्नपूर्णा माता की प्रतिमा को चावल की ढेरी पर पर स्थापि‍त करना चाहिए। जीवनभर धन-धान्य की कमी नहीं होती हैं। 
 
पूजन के समय अक्षत इस मंत्र के साथ भगवान को समर्पित किए जाते हैं :
 
अक्षताश्च सुरश्रेष्ठ कुंकमाक्ता: सुशोभिता:. मया निवेदिता भक्त्या: गृहाण परमेश्वर॥ 
 
इस मंत्र का अर्थ है कि हे ईश्वर,  पूजा में कुंकुम के रंग से सुशोभित यह अक्षत आपको समर्पित कर रहा हूं, कृपया आप इसे स्वीकार करें।

अन्न में अक्षत यानि चावल को श्रेष्ठ माना जाता है। इसे देवान्न भी कहा गया है। देवताओं का प्रिय अन्न है चावल। इसे सुगंधित द्रव्य कुंकुम के साथ आपको अर्पित कर रहे हैं। इसे ग्रहण कर आप भक्त की भावना को स्वीकार करें। 
 
पूजा में अक्षत चढ़ाने का अभिप्राय यह है कि हमारा पूजन अक्षत की तरह पूर्ण हो। अन्न में श्रेष्ठ होने के कारण भगवान को चढ़ाते समय यह भाव रहता है कि जो कुछ भी अन्न हमें प्राप्त होता है वह भगवान की कृपा से ही मिलता है। अत: हमारे अंदर यह भावना भी बनी रहे। इसका सफेद रंग शांति का प्रतीक है। अत: हमारे प्रत्येक कार्य की पूर्णता ऐसी हो कि उसका फल हमें शांति प्रदान करे। इसीलिए पूजन में अक्षत एक अनिवार्य सामग्री है। 
 
चावल के 5 दानें भी उतना ही फल देते हैं जितना एक चुटकी चावल या एक मुट्ठी चावल.... अमीरी के कठिनतम उपाय से बेहतर है मात्र एक चुटकी चावल। पूरी श्रद्धा से प्रतिदिन अर्पित करें अपने इष्टदेव को और देखें चमत्कार...   

ALSO READ: मां बगलामुखी का दिव्य प्रभावशाली मंत्र और सिद्ध करने की विधि
ALSO READ: हनुमानजी के इस साबर मंत्र का प्रयोग करें और सुरक्षित हो जाएं....
Show comments

ज़रूर पढ़ें

September 2025 Weekly Horoscope: इस हफ्ते आपके सितारे क्या कहते हैं?

Shradh paksh 2025: श्राद्ध के 15 दिनों में करें ये काम, पितृ दोष से मिलेगी मुक्ति

Pitru Paksha 2025: में श्राद्ध पक्ष कब से शुरू होगा कब तक रहेगा?

Pitru Paksha 2025: 7 सितंबर से होगा श्राद्ध पक्ष प्रारंभ, जानें शास्त्रों के नियम और खास बातें

Shradh 2025: क्या लड़कियां कर सकती हैं पितरों का तर्पण? जानिए शास्त्रों में क्या लिखा है

सभी देखें

नवीनतम

Astrological predictions 2025: इन ग्रहों और ग्रहण के संयोग से देश और दुनिया में हो रहा है उत्पात, आने वाले समय में होगा महायुद्ध

Impact of Lunar eclipse: चंद्र ग्रहण से नेपाल में उत्पात और अब सूर्य ग्रहण से होगा महासंग्राम

Shradh Paksha 2025: श्राद्ध कर्म नहीं करने पर क्या होता है?

Aaj Ka Rashifal: आज का दैनिक राशिफल: मेष से मीन तक 12 राशियों का राशिफल (11 सितंबर, 2025)

11 September Birthday: आपको 11 सितंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!

अगला लेख