काजल के 9 चमत्कारिक टोटके

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आंखें स्त्रियों का सबसे आकर्षक अंग होता है इसीलिए सभी स्त्रियां अपनी आंखों की खूबसूरती बढ़ाने की कोशिश करती है। जब आंखों की खूबसूरती बढ़ाने की बात है तो उसके लिए काजल से अच्छा क्या हो सकता है। काजल का इस्तेमाल सदियों से हो रहा है। पहले आंखों में काजल को सूरज की नुकसानदेह किरणों और आंखों को किट-पतंगों से से बचाने के लिए लगाया जाता था। हालांकि बच्चों को नजरदोष से बचने के लिए भी उपयोगी है।
अंजन को आम भाषा में काजल या सुरमा कहा जाता है। सुरमा दो तरह का होता है। एक सफेद सुरमा और दूसरा काला सुरमा। काले सुरमे का काजल बनता है। सुरमा लगाने का प्रचलन मध्य एशिया में भी रहा है और भारत में भी। दोनों ही तरह के सुरमा मूल रूप से पत्थर के रूप में पाए जाते हैं। इसका रत्न भी बनता है और इसी से काजल भी बनता है। सुरमा लगाने से जहां आंखों के सभी रोग दूर हो जाते हैं, वहीं इसका इस्तेमाल कुछ लोग वशीकरण में भी करते हैं। इसका रत्न धारण करने के भी कई चमत्कारिक लाभ हैं। सुरमा लगाने से जहां व्यक्ति किसी की नजर से बच जाता है वहीं उसकी आंखें भी तंदुरुस्त रहती हैं। यह एक चमत्कारिक पत्थर होता है।
 
औरतों के साथ-साथ ऐसे बहुत से पुरुष भी है जो काजल को लगते हैं क्योंकि माना जाता है कि ये आंखों के लिए लाभदायक होता है। आजकल लोग तरल काजल, डंडी वाला काजल, जेल काजल और काजल बॉक्स का उपयोग करते हैं। बाजार में नकली काजल भी मिलने लगा है जो आपकी आंखों को खराब कर सकता है। आंखों के साथ खिलवाड़ न करें। आर्टिफिशियल काजल न लगाएं। महंगा हो या सस्ता, आजकल काजल के लिए कई तरह के कैमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। ये कैमिकल आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। 
 
एक समय था जब काजल-सुरमा घरों में ही बनाया जाता था। आज भी घरेलू तौर पर काजल बनाने का तरीका बड़ा दिलचस्प है। काजल के लिए सरसों के तेल या बादाम को जलाया जाता है। इसमें से निकलने वाले वाष्प को जमा करके काजल बनाया जाता है। सुरमा बनाने के लिए कोहिनूर पत्थर को जलाया जाता है। उसमें सौंफ, गुलाब जल, चंदन और बाकी औषधि मिलाई जाती है। 
 
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सुख-शांति हेतु : यदि आपके परिवार में हमेशा कलह रहता हो पारिवारिक सदस्य सुख शांति से न रहते हो तो शनिवार के दिन सुबह काले कपड़े में जटा वाले नारियल को लपेटकर उस पर काजल की 21 बिंदी लगा लें। और घर के बाहर लटका दें। हमेशा घर बुरी नजर से बच कर रहेगा और हमेशा सुख-शांति रहेगी।
 
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वशिकरण हेतु : रवि पुष्य योग (रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र) में गूलर के फूल एवं कपास की रूई मिलाकर बत्ती बनाएं तथा उस बत्ती को मक्खन से जलाएं। फिर जलती हुई बत्ती की ज्वाला से काजल निकालें। इस काजल को रात में अपनी आंखें में लगाने से समस्त जग वश में हो जाता है। ऐसा काजल किसी को नहीं देना चाहिए। इसके अलावा कड़वी तूंबी (लौकी) के तेल और कपड़े की बत्ती से काजल तैयार करें। इसे आंखों में लगाकर देखने से वशीकरण हो जाता है।
 
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बच्चों को नजरदोष से बचाने हेतु : नवजात की आंखों में काजल लगाना देश के विभिन्न हिस्सों में प्रचलित एक सदियों पुराना रिवाज है। शिशु को बुरी नजर से बचाने के लिए उसकी आंखों में सुरमा या काजल लगाया जाता है। पुरानी परंपरा के अनुसार काजल या सुरमा लगाने से शिशु की आंखें उज्ज्वल, बड़ी और आकर्षक दिख सकती हैं। मगर, कोई शोध यह बात साबित नहीं करता है। यह बच्चों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है।
यदि आप वास्तव में अपने शिशु को सुरमा या काजल लगाना चाहती हैं, तो क्यों न इसे आंखों के अलावा कहीं और लगाया जाए? कुछ माताएं पैर के तलवे, कान के पीछे या माथे की कपालरेखा पर एक छोटा-सा टीका लगाती हैं। ये सब सुरक्षित विकल्प भी है और इसे बच्चों को नजरदोष से भी बचाया जा सकता हैं।
 
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शनि की शांति हेतु : काला सुरमा एक शीशी में लेकर अपने ऊपर से शनिवार को नौ बार सिर से पैर तक किसी से उतरवाकर सुनसान जमीन में गाड़ देवें। गाड़ने के बाद पीछे पलटकर न देखें और जिस औजार से गड्डा खोदा गया है उसे भी वहीं छोड़ आएं।
इसके अलावा सरसों के तेल की मालिश करने और आंखों में काला सुरमा लगाने से भी शनिदोष दूर होता है। या आप चाहें तो प्रत्येक शनिवार को रात्रि में सोते समय आंखों में काजल या सुरमा लगाएं। शनि को छाया दान भी कर सकते हैं।
 
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मंगल की शांति हेतु : यदि आपकी कुंडली में मंगल खराब असर देने वाला सिद्ध हो रहा हो, नीच का हो या कुंडली मांगलिक हो तो सफेद सुरमा आंखों में लगाए। इससे आपका मंगल शुभ असर देना शुरू कर देगा।
 
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नौकरी जाने का खतरा हो या ट्रांसफर रुकवाने के लिए : पांच ग्राम डली वाला सुरमा लें और उसे किसी सुनसान जगह पर गाड़ दें। ध्यान रखें कि सुरमा डली वाला हो और एक ही डली लगभग 5 ग्राम की हो। एक से ज्यादा डलियां नहीं होनी चाहिए। यह भी ध्यान रखें कि गाड़ने के बाद जिस औजार से आपने जमीन खोदी थी उस औजार को वापिस न लाएं, उसे वहीं फेंक दें।
 
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राहु की शांति के लिए : अचानक धोखा, धननाश या घटना-दुर्घटना के लिए राहु जिम्मेदार होता है। यदि आपका राहु अशुभ भाव या स्थिति में है तो इसका उपाय करना चाहिए। इसके लिए आप बहते पानी में 400 ग्राम सुरमा बहाएं।
 
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शत्रु से ‍मुक्ति हेतु : अगर कोई शत्रु परेशान कर रहा है, तो चांदी के पांच छोटे-छोटे सांप बनवाकर उसकी आंखों में सुरमा लगाकर अपने पैरों के नीचे दबाकर इक्कीस दिनों तक सोते रहने पर शत्रु परेशान करना छोड़ देता है।
 
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विवाह में विलम्ब संबंधी टोटके : विवाह में बार-बार बाधाएं और रुकावट आने पर व्यक्ति को सुनसान भूमि में लकड़ी से ज़मीन खोदकर नीले रंग का फूल दबाना चाहिए। शनि के दुष्प्रभाव के कारण विवाह में विलम्ब हो रहा है तो शनिवार के दिन लकड़ी से भूमि खोदकर काला सुरमा दबाना चाहिए।
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