आकस्मिक दुर्घटना से बचना है तो प्रतिदिन जलाएं कपूर...

Webdunia
जानिए घर में प्रतिदिन कपूर जलाना क्यों है लाभदायी... 


 
हिन्दू धर्म एवं ज्योतिष शास्त्र में संध्यावंदन, आरती या प्रार्थना के बाद कर्पूर जला कर उसकी आरती लेने की परंपरा है।  पूजन, आरती आदि धार्मिक कार्यों में कर्पूर का विशेष महत्व बताया गया है।

प्रतिदिन सुबह और शाम घर में संध्यावंदन के समय कर्पूर (कपूर) जरूर जलाएं। रात्रि में सोने से पूर्व कर्पूर जलाकर सोना तो और भी लाभदायक है।
 
'कर्पूरगौरम करुणावतारम संसारसारं भुजगेंद्रहारम।
सदावसंतम हृदयारविन्दे भवम भवानी सहितं नमामि।।' 
 
अर्थात् कर्पूर के समान चमकीले गौर वर्णवाले, करुणा के साक्षात् अवतार, इस असार संसार के एकमात्र सार, गले में भुजंग की माला डाले, भगवान शंकर जो माता भवानी के साथ भक्तों के हृदय कमलों में सदा सर्वदा बसे रहते हैं...हम उन देवाधिदेव की वंदना करते हैं।
 
आगे पढ़ें प्रतिदिन घर में कपूर जलाने से होने वाले फायदे :- 
 

विषाणु नाशक : वैज्ञानिक शोधों से यह भी ज्ञात हुआ है कि इसकी सुगंध से जीवाणु, विषाणु आदि बीमारी फैलाने वाले जीव नष्ट हो जाते हैं जिससे वातावरण शुद्ध हो जाता है तथा बीमारी होने का भय भी नहीं रहता। 



 
 
पितृदोष शमन : कर्पूर अति सुगंधित पदार्थ होता है। इसके दहन से वातावरण सुगंधित हो जाता है। कर्पूर जलाने से देवदोष व पितृदोष का शमन होता है।
 
अनिद्रा दूर करें: रात में सोते वक्त कर्पूर जलाने से नींद अच्छी आती है। प्रतिदिन सुबह और शाम कर्पूर जलाते रहने से घर में किसी भी प्रकार की आकस्मिक घटना और दुर्घटना नहीं होती।
 
 
Show comments

ज़रूर पढ़ें

पुरी में क्यों होती है भगवान जगन्नाथ की अधूरी मूर्ति की पूजा, जानिए ये गूढ़ रहस्य

संत अच्युतानंद दास की भविष्य मालिका की 25 भविष्यवाणियां

मंगल केतु की युति से होता है भयानक हादसों का सृजन, इसलिए 28 जुलाई तक ऐसी जगहों से बचकर रहें

क्यों खतरनाक बना 2025, 6 महीने में 6 हादसों का ज्योतिष विश्लेषण

कब से शुरू होगी आषाढ़ माह की गुप्त नवरात्रि, क्या है इसकी पूजा का मुहूर्त

सभी देखें

नवीनतम

इन 3 में से किसी एक तारीख को शुरू होगा भारत और पाकिस्तान के बीच भयानक युद्ध

19 जून 2025 : आपका जन्मदिन

19 जून 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

गुरुवार को जरूर करें नमक के ये 3 उपाय, पैसों की कमी हो जाएगी दूर, घर में बनी रहेगी सुख शांति

सिर्फ 1 मिनट में जानिए योगिनी एकादशी व्रत की सरल पूजा विधि और नियम