पद्म पुराण : हर तरह का सुख चाहिए तो यह काम अवश्य करें

श्री रामानुज
पद्म पुराण के अनुसार यदि निम्न बातों का अनुसरण किया जाए तो निश्चित ही पितृदेव प्रसन्न होकर जातक को धन-धान्य और ऐश्वर्य संपन्न करते हैं। 


 
सर्व सुख प्राप्ति हेतु- पद्म पुराण के अनुसार श्राद्ध द्वारा प्रसन्न हुए पितृगण मनुष्यों को पुत्र, धन, विद्या, आयु, आरोग्य, लौकिक सुख, मोक्ष तथा स्वर्ग आदि प्रदान करते हैं।
 
पद्म पुराण के अनुसार जो मनुष्य गौओं के खुर से उड़ी हुई धूलि को सिर पर धारण करता है, वह मानो तीर्थ के जल में स्नान कर लेता है और सभी पापों से छुटकारा पा जाता है।
 
 

पद्म पुराण के अनुसार जो मनुष्य गौमाता की सेवा करता है, उसे गौमाता अत्यंत दुर्लभ वर प्रदान करती है। वह गौभक्त मनुष्य पुत्र, धन, विद्या, सुख आदि जिस वस्तु की इच्छा करता है, वह सब उसे प्राप्त हो जाती है।


 
पद्म पुराण के अनुसार शालिग्राम, तुलसी और शंख- इन तीनों को एकसाथ रखने से भगवान बहुत प्रसन्न होते हैं।
 
पद्म पुराण के अनुसार दीपक, शिवलिंग, शालिग्राम, मणि, देव प्रतिमा, शंख, मोती, माणिक्य, हीरा, स्वर्ण, तुलसी, रुद्राक्ष, पुष्प माला, जप माला, पुस्तक, यज्ञोपवीत, चंदन, यंत्र, फूल, कपूर, गोरोचन- इन वस्तुओं को भूमि पर रखने से महान पाप लगता है।
 
पद्म पुराण के अनुसार जो स्त्री अपने पति की सेवा करती है और उसके मन के अनुकूल चलती है, वह अपने पति के पुण्य का आधा भाग प्राप्त कर लेती है।

 
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