शनि अमावस्या : 11 सरल उपाय, घर में सुख-शांति लाए...

Webdunia
- उमेश दीक्षित
 
शनि न्याय के देवता हैं। वे सूर्य पुत्र एवं यमराज के भ्राता हैं। अपनी दशा साढ़ेसाती आदि में किए गए कर्म के भले या बुरे फल देते हैं। शनि महाराज की शांति या प्रसन्नता प्राप्त करने के लिए किए जाने वाले उपायों के अलावा निम्नलिखित उपाय करने से अपने दु:ख दूर किए जा सकते हैं। शनिवार के दिन तथा शनि अमावस्या के अवसर पर इन उपायों को करने से कई गुना ज्यादा फल प्राप्त होते हैं।
 
(1) पीपल वृक्ष की परिक्रमा करें। समय प्रात:काल मीठा दूध वृक्ष की जड़ में चढ़ाएं तथा तेल का दीपक पश्चिम की ओर बत्ती कर लगाएं तथा 'ॐ शं शनैश्चराय नम:' मंत्र पढ़ते हुए 1-1 दाना मीठी नुक्ती का प्रत्येक परिक्रमा पर 1 मंत्र तथा 1 दाना चढ़ाएं। पश्चात शनि देवता से कृपा प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करें।
 
(2) काली गाय, जिस पर कोई दूसरा निशान न हो, का पूजन कर 8 बूंदी के लड्डू खिलाकर उसकी परिक्रमा करें तथा उसकी पूंछ से अपने सिर को 8 बार झाड़ दें।
 
(3) काला सूरमा सुनसान स्थान में हाथभर गड्ढा खोदकर गाड़ दें।
 
(4) काले कुत्ते को तेल लगाकर रोटी खिलाएं।
 
(5) काले घोड़े की नाल या नाव की कील का छल्ला बीच की अंगुली में धारण करें। 
 
(6) बिच्छू, बूटी या शनि यंत्र धारण करें।
 
(7) पानी वाले 11 नारियल, काली-सफेद तिल्ली 400-400 ग्राम, 8 मुट्ठी कोयला, 8 मुट्ठी जौ, 8 मुट्ठी काले चने, 9 कीलें काले नए कपड़े में बांधकर संध्या के पहले शुद्ध जल वाली नदी में अपने पर से 1-1 कर उतारकर शनिदेव की प्रार्थना कर पूर्व की ओर मुंह रखते हुए बहा दें।
 
(8) कांसे के कटोरे को सरसों या तिल के तेल से भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर दान करें।
 
(9) 800 ग्राम तिल तथा 800 ग्राम सरसों का तेल दान करें। काले कपड़े, नीलम का दान करें। 
 
(10) हनुमान चालीसा पढ़ते हुए प्रत्येक चौपाई पर 1 परिक्रमा करें।
 
(11) काले घोड़े की नाल अपने घर के दरवाजे के ऊपर स्थापित करें। मुंह ऊपर की ओर खुला रखें। दुकान या फैक्टरी के द्वार पर लगाएं तो खुला मुंह नीचे की ओर रखें। इन उपायों से आप अपने कष्ट दूर कर सकते हैं तथा शनि महाराज की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

राहु का कुंभ में गोचर, इन लक्षणों से जानिए कि क्या हो रहा है दुष्प्रभाव, बचने के उपाय

समय बहुत खराब आने वाला है, हनुमान चालीसा की ये 2 चौपाई बचाएगी

बृहस्पति वर्ष 2025 में अतिचारी होकर 3 बार करेंगे गोचर, वर्ष 2026 में मचाएंगे तबाही, भारत का क्या होगा?

पाकिस्तान में यहां शिव जी के आंसू से बना था अमृत कुंड, जानिए कटासराज शिव मंदिर का अद्भुत इतिहास

नौतपा 2025 : नवतपा के दौरान क्या करें और क्या न करें: जानें काम की बाते

सभी देखें

नवीनतम

22 मई 2025 : आपका जन्मदिन

22 मई 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

राशिनुसार विशेष उपाय: शनि जयंती पर पाएं भाग्य का साथ

शनि जयंती पर करें ये 7 ज्योतिषीय उपाय, दूर होंगी बाधाएं

Aaj Ka Rashifal: आपकी राशि के लिए आज का ताजा भविष्यफल, जानें कैसा बीतेगा 21 मई का दिन

अगला लेख