5 अचूक उपाय, शत्रु पीड़ा से शर्तिया मुक्ति दिलाए

पं. हेमन्त रिछारिया
जीवन में ना चाहते हुए भी कभी न कभी किसी से शत्रुता हो ही जाती है। शत्रुता प्रकट हो या गुप्त सदैव कष्टकारक होती है। शास्त्रों में कुछ ऐसे उपाय हैं जिनके प्रयोग से आप शत्रुबाधा से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में जो आपको शत्रुपीड़ा से मुक्त कर करते हैं-
 
1. पाशुपतास्त्र स्तोत्र- इस स्तोत्र का एक निश्चित संख्या में पाठ कर गुग्गल से हवन करने से शत्रुबाधा से मुक्ति मिलती है।
 
2. सर्वारिष्ट स्तोत्र- इस स्तोत्र का नियमित 43 दिन तक पाठ व हवन करने से शत्रुबाधा सहित समस्त अरिष्टों का नाश होता है।
 
3. बगुलामुखी अनुष्ठान- इस अनुष्ठान को विधिपूर्वक करने से शत्रुबाधा का शमन होता है। 
 
4. बजरंग बाण- नियमित बजरंग बाण का पाठ करने से शत्रुपीड़ा से मुक्ति मिलती है।
 
5. श्वेतार्क मदार- श्वेतार्क मदार (सफ़ेद अकाव) की जड़ रवि-पुष्य, गुरु-पुष्य, होली, दीपावली, ग्रहण, सर्वार्थ सिद्धि योग में गले में धारण करने से शत्रुओं से सदैव रक्षा होती है।
 
 
(दुरुपयोग की आशंका के कारण उपरोक्त प्रयोगों की विस्तारित विधि यहां नहीं दी जा रही है।)
 
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

वर्ष 2025 में कब से प्रारंभ हो रहे हैं चातुर्मास, कब तक रहेंगे?

सूर्य ग्रहण का किन 2 राशियों पर होगा नकारात्मक प्रभाव?

इस्लाम और यहूदी धर्म में क्या है समानता?

देवशयनी एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, क्या महत्व है इस एकादशी का?

वर्ष 2025 में कब से शुरू हो रहा है सावन माह का सोमवार, जानिए श्रावण मास डेट एंड पूजा टाइम

सभी देखें

नवीनतम

28 जून 2025 : आपका जन्मदिन

28 जून 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

सावन में अपनी राशि के अनुसार ज्योतिर्लिंग के दर्शन से पाएं महादेव का विशेष आशीर्वाद

पंढरपुर यात्रा कब और क्यों निकाली जाती हैं, जानें इतिहास

सावन सोमवार 2025 में उज्जैन महाकाल सवारी कब कब निकलेगी

अगला लेख