सूर्य सा चमकना है तो उसे शुभ बनाएं अपने लिए, पढ़ें 6 उपाय-1 मंत्र

पं. हेमन्त रिछारिया
व्यक्ति को अपने जीवनकाल में कई बार ग्रहजनित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन ग्रहजनित समस्याओं के समाधान के लिए वह प्राय: भ्रमित सा रहता है क्योंकि उसे अनिष्ट ग्रहों की शांति के लिए कोई प्रामाणिक उपाय की जानकारी नहीं होती। ज्योतिष शास्त्र में अनिष्ट ग्रहों की शांति के लिए वैदिक शां‍ति कर्म जैसे जप-अनुष्ठान, दान के अतिरिक्त कई ऐसे छोटे-छोटे उपायों का उल्लेख है जो करने में अत्यन्त सरल-सुलभ एवं परिणाम में बहुत ही लाभदायक होते हैं। 

ALSO READ: मैं चाहता हूं यश, सफलता और धन.... इस सूर्य स्तोत्र में है वो दम
 
आज से हम "वेबदुनिया" के पाठकों के लिए सम्पूर्ण नवग्रहों की शांति के लिए प्रामाणिक ग्रह शांति उपायों की जानकारी प्रदान करेंगे। इस क्रम में आज हम ग्रहों के राजा सूर्य की शांति के उपायों की जानकारी दे रहे हैं-
 
-सूर्य का एकाक्षरी मंत्र- ॐ घृणि: सूर्याय नम:
 
-सूर्य के दान सामग्री : लाल वस्त्र,गुड़,गेहूं,माणिक्य,लाल पुष्प,केसर।
 
-सूर्य के दान का समय: सूर्योदय
 
-सूर्य के दान का दिन: रविवार
 
उपाय:
 
-250 ग्राम गुड़ रविवार को बहते जल में प्रवाहित करें।
 
-प्रतिदिन कुमकुम मिश्रित जल से सूर्यदेव को अर्घ्य दें।
 
-प्रति रविवार आठ बादाम मन्दिर में चढाएं।
 
-प्रति रविवार सूर्यास्त से पूर्व बिना नमक वाला भोजन करें।
 
-सवत्सा लाल गाय का दान करें।
 
-लाल वस्त्र ना पहनें।

ALSO READ: चमत्कारी सूर्य कवचम : आरोग्य और सौभाग्य का दिव्य वरदान देता है
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि के पहले दिन भूलकर भी न करें ये 10 काम, बढ़ सकती हैं परेशानियां

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि में कम करना चाहते हैं वजन, तो भूलकर भी ना खाएं ये 6 चीजें

Chaitra navratri diet: नवरात्रि में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल? जानें सही डाइट टिप्स

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

29 मार्च को बन रहे हैं षष्टग्रही योग, रहें सावधान, करें 6 उपाय

सभी देखें

नवीनतम

28 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

28 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

गुड़ी पड़वा पर कैसे बनाएं और सजाएं गुड़ी, जानें क्या है जरूरी सामग्री?

13 वर्षों बाद बनेगा रामनवमी पर दुर्लभ 'रविपुष्य योग'

चैत्र नवरात्रि घट स्थापना और अखंड ज्योति मुहूर्त

अगला लेख