दीपावली को कालरात्रि, महानिशा, महाकृष्णा और दिव्यरजनी भी कहा जाता है। शास्त्रों में इस रात का अत्यंत महत्व माना गया है। ज्योतिष के अनुसार यह रात तंत्र-मंत्र साधना के लिए अति उत्तम रात है। प्राचीन शास्त्रों में दीपावली का संपूर्ण दिन ही विभिन्न साधना व उपासना के लिए उपयुक्त माना गया है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन की जाने वाली पूजा से सुख, धन, सौभाग्य, सिद्धि व आरोग्य मिलता है। इसीलिए संपूर्ण भारत में दीपावली पर जातक अपने लिए सुख, धन, सौभाग्य, सिद्धि व आरोग्य प्राप्ति के लिए पूजन और साधना करता है।
शास्त्रों में दीपावली के त्योहार को जनमानस के लिए मनोरथ सिद्धि का दिन कहा गया है। यंत्र-मंत्र, पूजन व साधना द्वारा देवताओं से मनोकामनाएं पूर्ण करवाने का दिन होता है दीपावली!
इसी दिन सभी देवता प्रसन्न मुद्रा में होते हैं, अर्थात् मांग लो जो मांगना है। सही विधि और शुद्ध विचार से किए गए पूजन-पाठ से जातक अपने जीवन को धन-धान्य से भरपूर कर समृद्ध बना सकता है।
आग े पढ़े ं दीपावली के लिए सरल और चमत्कारी उपाय...