कई बार विभिन्न ग्रहों की युति और कुदृष्टि से कई व्याधियां सताती है, बृहस्पति के साथ ग्रहों जैसे चंद्रमा की स्थिति ठीक न हो, तो जातक कफ से पीड़ित होता है।
इसी तरह सूर्य और मंगल के निर्बल होने से जातक को पाचन संबंधी परेशानिया हो सकती हैं। इसके निदान के लिए गले में हल्दी की गांठ धारण करें। बृहस्पति को प्रिय वस्तुओं का दान और मंत्र जाप से भी फायदा होता है।
उल्लेखनीय है कि गुरु को पीत वर्ण प्रिय है अतएवं जिन लोगों की कुंडली में गुरु ग्रह अच्छी स्थिति में नहीं है वे पीले रंग के वस्त्र दान करें।
पीली कढ़ी बनाकर खाएं और पीले खाद्य पदार्थ याचकों को दान करने से आशातीत सफलता मिलती है।
विद्यार्थियों को सलाह है कि वे अपने साथ पीला रुमाल रखें। इस दिन बृहस्पति पूजन करें, ध्यान रहे इस पूजन में केले का फल और पत्ते अनिवार्य हैं।
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