राहु-केतु और शनि को प्रसन्न करने के खास उपाय

राहु-केतु और शनि ग्रह दोषों से पीड़ा मुक्ति के असरदार उपाय...

Webdunia
- आचार्य संजय

शनि को प्रसन्न करने के लिए बताए गए खास उपायों में से एक उपाय है, किसी कुत्ते को तेल चुपड़ी हुई रोटी खिलाना। अधिकतर लोग प्रतिदिन कुत्ते को रोटी तो खिलाते ही हैं ऐसे में यदि रोटी पर तेल लगाकर कुत्ते को खिलाई जाए तो शनि के दोषों से मुक्ति मिलती है।

कुत्ता शनिदेव का वाहन है और जो लोग कुत्ते को खाना खिलाते हैं उनसे शनि अति प्रसन्न होते हैं। शनि महाराज की प्रसन्नता के बाद व्यक्ति को परेशानियों के कष्ट से मुक्ति मिल जाती है। साढ़ेसाती हो या ढैय्या या कुंडली का अन्य कोई दोष इस उपाय से निश्चित ही लाभ होता है।

ग्रह दोषों से पीड़ा मुक्ति के उपाय :-


FILE


कुत्ते को तेल चुपड़ी रोटी खिलाने से शनि के साथ ही राहु-केतु से संबंधित दोषों का भी निवारण हो जाता है। राहु-केतु के योग कालसर्प योग से पीड़‍ित व्यक्तियों को यह उपाय लाभ पहुंचाता है। इसके अलावा निम्न मंत्रों से भी पीड़ित जातकों को अत्यंत फायदा पहुंचता है।

राहु मंत्र को अगर सिद्ध किया जाए तो राहु से जुड़ी परेशानियां समाप्त होती हैं। ध्यान रहे कि राहु मंत्र की माला का जाप 8 बार किया जाता है।

राह ु- केतु के असरदार मंत्र



FILE

राहु मंत्र-


ह्रीं अर्धकायं महावीर्य चंद्रादित्य विमर्दनम्।
सिंहिका गर्भ संभूतं तं राहुं प्रणमाम्यहम्।

ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:।

ॐ शिरोरूपाय विद्महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो राहु प्रचोदयात्।

केतु मंत्र-
केतु मंत्र का जाप 8 बार किया जाता है।

ॐ पलाशपुष्पसंकाशं तारकाग्रह मस्तकम्।
रौद्रं रौद्रात्मकं घोरं तं केतुं प्रणमाम्यहम।।

ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:।
ॐ पद्मपुत्राय विद्‍महे अमृतेशाय धीमहि तन्नो केतु: प्रचोदयात्।

( समाप्त)

वेबदुनिया पर पढ़ें

Show comments

ज़रूर पढ़ें

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 पर जाने के लिए कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन?

12 साल बाद बृहस्पति का मिथुन राशि में गोचर, 12 राशियों का राशिफल

बुद्ध जयंती कब है, गौतम सिद्धार्थ नेपाली थे या भारतीय?

भगवान परशुराम और श्री राम एक ही काल में साथ-साथ थे तो दोनों विष्णु के अवतार कैसे हो सकते हैं?

अमरनाथ यात्रा के बीच इन 5 कठिनाइयों का करना पड़ता है सामना

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: राशिनुसार आज का भविष्यफल: जानिए 23 अप्रैल का दिन कैसा रहेगा

23 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

23 अप्रैल 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त

मई 2025 में होगा 6 ग्रहों का गोचर, 3 ग्रहों से होगा बड़ा बदलाव

वरुथिनी एकादशी 2025: जानें इस व्रत की 10 महत्वपूर्ण बातें...