दीपावली पर राशि अनुसार जाप

भारती पंडित
ND
दीपावली पर इस बार शाम 6 से 8 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। रात्रि 10 बजे के बाद मंत्र जाप का मुहूर्त शुरू होगा।

स्वच्छ आसन पर बैठकर सामने महालक्ष्मी की प्रतिमा रखें। तुलसी, चंदन, स्फटिक या रुद्राक्ष की माला से जाप आरंभ करें। आसन अगर लाल हो तो अति उत्तम होगा। सभी राशियों वाले कम से कम एक माला लक्ष्मीजी के मूल बीज मंत्र- 'ॐ श्रीं श्रीयै नम:' पढ़कर जाप जरूर करना चाहिए।

राशियों के अनुसार मंत्र जाप और भविष्यफल इस प्रकार है-

मेष- इस राशि के इष्टदेव विष्णुजी हैं। अत: इन्हें ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करना चाहिए।
लाभ- मा‍नसिक शांति मिलेगी। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

WD
वृषभ- इस राशि के इष्टदेव भगवान शिव माने गए हैं। अत: वृषभ राशि वालों को शिव चालीसा का सात बार पाठ करना चाहिए।
लाभ- इससे उन्हें स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। मानसिक शांति एवं अविवाहितों के रिश्ते तय होंगे।

मिथुन- इस राशि वालों की इष्टदेवी माँ दुर्गा हैं। अत: इन्हें ॐ एँ ह्रीं क्लीं चामुंडायै विच्चै नम: मंत्र की कम से कम 10 माला जपनी चाहिए।
लाभ- नौकरी में परेशानी का निवारण होगा। संपत्ति में वृ‍द्धि होगी।

कर्क- इस राशि वालों को दिन में ‍दीपावली के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। रात्रि में ॐ हं हनुमंताय नम: की 8 माला जपनी चाहिए।
लाभ- मित्रों से लाभ। मानसिक स्थिरता और किसी पुरस्कार की प्राप्ति होगी।

सिंह- इस राशि वालों को 10 बजे की लक्ष्मी पूजा के बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना फलदायी होगा। जो लोग यह पाठ न कर सकें, वे 3 माला ॐ नमो भगवते वासुदेवाय की अवश्य करें।
लाभ- खर्चों में कमी आएगी। बिगड़े काम बनेंगे। मांगलिक अवसर आएँगे।

कन्या- इस राशि वालों को ॐ सोम सोमाय नम: एवं ॐ नम: शिवाय का जाप फलदायी रहेगा।
लाभ- अच्छे लोगों से संपर्क की संभावना बढ़ेगी। धनलाभ होगा।

तुला- इस राशि वालों को दीपावली पर शनि पूजन शुभ होगा। साथ ही शिवाष्टक एवं शिव चालीसा का पाठ करें। शनि मंत्र- ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम: की 8 माला जपना शुभ होगा।
लाभ- आर्थिक लाभ। आत्मविश्वास में वृद्धि। मनोकामना पूर्ण होगी।

वृश्चिक- इस राशि वालों को ॐ गुरुवे नम: या ॐ चं चंद्रमस्यै नम: की 11 माला जपनी चाहिए।
लाभ- एकाग्रता में वृद्धि होगी। खर्च में कमी आएगी। नौकरी में पदोन्नति होगी।

धनु- धनु राशि वालों को विष्णु सहस्रनाम का पाठ अनिवार्य है। इसका पाठ रात्रि 10 बजे के उपरांत सिर्फ एक बार करना पर्याप्त है।
लाभ- विद्या, धन, ज्ञान पद, प्रतिष्ठा और सम्मान की प्राप्ति होगी।

मकर- इस राशि वालों को दुर्गा चालीसा के अतिरिक्त अर्गला एवं कीलक मंत्र का जाप करना अनिवार्य है।
लाभ- शारीरिक कष्टों से मुक्ति। स्वास्थ्य लाभ होगा। मांगलिक कार्य होंगे।

कुंभ- इस राशि वालों को गणेशजी के हर स्तोत्र, चालीसा, स्तुति एवं मंत्र शुभ फलदायी होंगे। अथर्वशीर्ष का 11 बार पाठ अति‍शुभ होगा।
लाभ- वर्षों से जो काम नहीं बन रहे हैं वे बनेंगे। स्थायी संपत्ति क्रय करने के योग हैं। नौकरी में सम्मानजनक स्थान बना रहेगा।

मीन- इस राशि वालों को लक्ष्मीपूजन के बाद ॐ सोम सोमाय नम: की एक माला जपना शुभ होगा।
लाभ- मानसिक शांति में वृद्धि होगी। घर में चारों अओर से खुशियाँ आएँगी। आर्थिक लाभ होगा।
Show comments

ज्योतिष की नजर में क्यों है 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

Indian Calendar 2025 : जानें 2025 का वार्षिक कैलेंडर

Vivah muhurat 2025: साल 2025 में कब हो सकती है शादियां? जानिए विवाह के शुभ मुहूर्त

रावण का भाई कुंभकरण क्या सच में एक इंजीनियर था?

शुक्र का धन राशि में गोचर, 4 राशियों को होगा धनलाभ

24 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

24 नवंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त

Budh vakri 2024: बुध वृश्चिक में वक्री, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

Makar Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: मकर राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

lunar eclipse 2025: वर्ष 2025 में कब लगेगा चंद्र ग्रहण, जानिए कहां नजर आएगा