बुध का मिथुन राशि में प्रवेश, क्या होगा 12 राशियों का राशिफल

WD Feature Desk
सोमवार, 9 जून 2025 (16:02 IST)
6 जून 2025 की सुबह 09 बजकर 15 मिनट पर मिथुन राशि में गोचर किया है। बुध ग्रह यहां पर 22 जून तक रहने वाले हैं। बुध के इस गोचर से 12 राशियों में से कुछ को होगा लाभ और कुछ को होगा नुकसान। वृषभ, सिंह, कन्या और मकर राशि को लाभ होगा तो 3 राशियों को होगा नुकसान। आओ जानते हैं 12 राशियों का राशिफल।
 
1. मेष राशि: आपकी कुंडली के तीसरे और छठे भाव के स्वामी का तीसरे भाव गोचर सही नहीं माना जा सकता। यह अच्छे परिणाम देने वाला नहीं कहा जाता है। भाई बंधुओं से विवाद हो सकता है। अनावश्यक भय बना रहेगा। धन हानि हो सकती है। हालांकि बृहस्पति के शुभ गोचर के चलते आपको किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। नौकरी और व्यापार में लाभ होगा। यात्रा से लाभ होगा।ALSO READ: बुध का मिथुन राशि में गोचर, 4 राशियों के लिए शुभ
 
2. वृषभ राशि: दूसरे तथा पांचवें भाव के स्वामी बुध का गोचर आपकी कुंडली के दूसरे भाव में होगा। इस गोचर के चलते आपको शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। आप लग्जरी लाइफ पर खर्चा करेंगे। करियर में आपका अच्‍छा प्रदर्शन होगा। नौकरी में पदोन्नति मिलने की संभावना है। कारोबारी हैं तो मुनाफा बढ़ जाएगा। वाणी के माध्यम से आप लोगों में लोकप्रिय होंगे। घर परिवार में समय अच्‍छा गुजरेगा।
 
3. मिथुन राशि:आपकी कुंडली के लग्न और चौथे भाव के स्वामी का पहले भाव में गोचर हुआ है जो मिश्रित परिणाम दे सकता है। घर परिवार में विवाद से बचकर रहना होगा। वाणी पर संयम रखना होगा। किसी की चुगलखोरी न करें। नौकरी में काम पर ही फोकस रखें। कारोबारी हैं तो कम मुनाफे से ही संतुष्ट रहना होगा। किसी भी प्रकार का रिस्क न लें।ALSO READ: शनि और मंगल का षडाष्टक योग, 2 देशों के बीच युद्ध को भड़काएगा
 
4. कर्क राशि: आपकी कुंडली के तीसरे और द्वादश भाव के स्वामी का द्वादश भाव गोचर मिश्रित परिणाम देगा। हालांकि विदेश के कार्यों में सफलता मिलने की संभावना है। बुध ग्रह आपके भाग्येश बृहस्पति के प्रभाव में रहेंगे। इसलिए बेहतर होगा कि आप सच्चे और ईमानदार बना रहें। यह आचरण आपको हर कार्य में सफलता दिलाएगा। नहीं तो सामान्य तौर पर द्वादश भाव में बुध का गोचर व्यर्थ के खर्चे करवाता है। साथ ही साथ स्थानहानि भी करवाता है, यानी ट्रांसफर।
 
5. सिंह राशि: दूसरे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी का आपकी कुंडली के 11वें यानी लाभ भाव में गोचर लाभ ही दिलाएगा। साथ ही साथ पंचमेश बृहस्पति की संगति में होने के कारण बुध ग्रह के काफी अच्छे परिणाम मिलेंगे। प्रत्येक कार्य आप समझदारी से करेंगे। कारोबारी हैं तो व्यापार में आमदनी में वृद्धि भी होगी। सेहत भी अच्‍छी रहेगी। भाई बंधुओं और मित्रों से अच्छा सहयोग मिलेगा।
 
6. कन्या राशि: लग्न और कर्म भाव के स्वामी का कर्म भाव में ही यानी दशम भाव में गोचर आपके कार्यक्षेत्र में उन्नति प्रदान करेगा। विशेषकर कारोबार से जुड़े हुए व्यापारी अपने कार्यों में अच्छा लाभ प्राप्त कर सकेंगे। नौकरी के मामलों में बुध ग्रह के इस गोचर को अच्छा माना जाएगा। क्योंकि यह गोचर आपको पदोन्नति करवाने में मदद कर सकता है। घर परिवार में खुशियां रहेगी।
 
7. तुला राशि: आपकी कुंडली में भाग्य तथा द्वादश भाव के स्वामी बुध का नवम भाव में गोचर हुआ है। नवम भाव भाग्य का भाव है। बुध ग्रह के भाग्य भाव में गोचर को भाग्य हानि करवाने वाला माना जाता है। यानी हर कार्य में यह रुकावट पैदा करेगा। यह धन और मान सम्मान की हानि कर सकता है। हालांकि बुध ग्रह आपके भाग्य भाव के स्वामी है इसलिए नकारात्मक परिणाम की संभावना कम है। बृहस्पति की मदद मिलने से सबकुछ ठीक ही होगा। ALSO READ: नीम में शक्ति है शनि और मंगल को काबू में करने की, 10 फायदे
 
8. वृश्‍चिक राशि: आपकी कुंडली में आठवें तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी बुध का आठवें भाव में गोचर हुआ है। यह गोचर अचानक से धनलाभ करवा सकता है। नौकरी और व्यापार के कार्यों में सफलता मिलेगी। मान सम्मान बढ़ सकता है। हालांकि आपको वाणी पर संयम रखना होगा। वैसे अष्टम का बुध शुभ परिणाम नहीं देता है लेकिन अपना व्यवहार अच्‍छा रखेंगे तो अच्‍छे परिणाम प्राप्त होंगे। 
 
9. धनु राशि: आपकी कुंडली में सातवें तथा दशम भाव के स्वामी बुध का सप्तम भाव में गोचर हुआ है। यहां बुध के मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे। साझेदारी के कार्य और दांपत्य जीवन में संभलकर कार्य करें। सेहत का भी ध्यान रखना होगा। शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। यात्रा में हानि की संभावना है।
 
10. मकर राशि: बुध आपकी कुंडली में छठे तथा भाग्य भाव के स्वामी हैं और अब वर्तमान में आपकी कुंडली के छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। बुध का अपनी ही राशि में छठे भाव में होना काफी शुभ परिणाम देने वाला है। आर्थिक पक्ष मजबूत रहने वाला है। हालांकि काम की बातों का खर्चा भी खूब होगा। प्रतियोगी परीक्षा में लाभ होगा। सेहत अच्छी बनी रहेगी। मान सम्मान में इजाफा होगा।
 
11. कुंभ राशि: आपकी कुंडली में पांचवें तथा आठवें भाव के स्वामी बुध का पंचम भाव में गोचर हुआ है तो मिश्रित परिणाम देगा। संतान पक्ष की ओर से चिंता लगी रहेगी। मन में अशांती बनी रहेगी। वैसे तो पंचम भाव में बुध का गोचर योजनाओं में असफलता देने और दिलाने का काम भी करता है लेकिन बृहस्पति के उपाय करने से इसकी संभावना कम रहेगी। प्रेम संबंधों में नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।
 
12. मीन राशि: आपकी कुंडली में चौथे तथा सातवें भाव के स्वामी बुध का चौथे स्थान में गोचर अनुकूल परिणाम देने वाला माना जा सकता है। यहां बृहस्पति की मदद से सुख सुविधाओं का विस्तार होगा। घर परिवार में खुशियां बढ़ेगी। भूमि संबंधी मामलों का निपटारा होगा। नौकरी और व्यापार में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।
 

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