मिथुन-स्वभावगत कमियां
मिथुन राशि के लोग शारीरिक तथा मानसिक रूप से क्रियाशील तो बने रहते हैं, लोगों पर अपना प्रभाव भी डालते हैं। कुछ लोग उन्हें साहस-प्रिय भी समझ बैठते हैं, पर यथार्थ में यह ऐसे होते नहीं हैं। ढोंग, आडम्बर इनको अधिक रुचिकर होता है। वह किसी भी कार्य में तुरंत हाथ डाल देते हैं पर स्वयं भ्रम में पड़कर कार्य अधूरा छोड़कर हाथ खींच लेते हैं। इस राशि के व्यक्ति विश्वसनीय नहीं होते हैं। अस्थिर और चंचल स्वभाव के कारण कब क्या कर बैठें, कुछ नहीं कहा जा सकता। मिथुन राशि एक से अधिक प्रेम संबंध करने की इच्छुक रहती है, जिसके कारण प्रत्येक प्रेम असफल सिद्ध होता है। मिथुन राशि के लोग विपरीत लिंग की ओर तेजी से रुझान रखकर विपत्तियों को निमंत्रित किया करते हैं। मिथुन राशि अपना मूल्य नहीं आंकती। स्वयं को किसी पक्ष को समर्पित कर देते हैं। एक प्रकार से यह राशि सनक पैदा करने वाली है। कमियों से बचने के उपाय तकलीफ के समय मंगल या शनिवार का उपवास रखें, मूंगा पहनें, संकष्टी चतुर्थी का व्रत करें अथवा सुंदर कांड का पाठ पढ़ें। गायत्री जप, इष्ट देवता या गुरु की उपासना करें, तो कष्ट दूर होगा। आपकी राशि में राहु होने से राहु का फल हमेशा श्रेष्ठ ही मिलता रहेगा।।