नई दिल्ली। नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने गुरुवार को कहा कि तीन साल में इलेक्ट्रिक वाहन पेट्रोल-डीजल से चलने वाली गाड़ियों के मुकाबले सस्ता होगा। इसका कारण इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की कीमत में करीब 51 प्रतिशत की गिरावट की उम्मीद है।
टेरी के सालाना कार्यक्रम ‘वर्ल्ड सस्टेनेबल डेवलपमेंट समिट’ में कांत ने कहा, 'इलेक्ट्रिक वाहन तीन साल में पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों के मुकाबले सस्ता होगा। इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी की कीमत घटकर 756 डॉलर प्रति किलोवाट घंटा (यूनिट) हो जाने की उम्मीद है जो फिलहाल 156 रुपए यूनिट है।'
स्वच्छ वाहन के दृष्टिकोण को दोहराते हुए कांत ने कहा कि इस क्षेत्र में वृद्धि की संभावना को देखते हुए भारतीय उद्योग इलेक्ट्रिक वाहनों के विनिर्माण का केंद्र बनाने के लिये बदलाव का वाहक बनना चाहिए।
कांत ने कहा, 'दो चुनौतियों के समाधान की जरूरत हैं। पहला, शहरीकरण का नया रूप सुनिश्चित करना चाहिए जो सार्वजनिक परिवहन पर आधारित हो और यह सुनिश्चत करना चाहिए कि भारत कल के वैश्विक विनिर्माताओं से पीछे नहीं रहे।'
उन्होंने शहरों के बीच सीएनजी आधारित परिवहन, शहरों के बीच तरलीकृत प्राकृतिक गैस तथा दीर्घकाल में सार्वजनिक परिवहन में ईंधन के रूप में हाइड्रोजन के उपयोग पर जोर दिया।
इस मौके पर टेरी के महानिदेशक अजय माथुर ने कहा कि सड़क जैसे अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों को कार्बन उत्सर्जन से मुक्त करने की जरूरत है और 100 प्रतिशत हरित बिजली आधारित वाहन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। इस दिशा में इलेक्ट्रिक वाहन बहुत महत्वपूर्ण हैं।