अयोध्या। राम जन्मभूमि पर मंदिर बनाने के लिए देश के 10 करोड़ परिवारों से आर्थिक सहयोग लिया जाएगा। भूमि पूजन के बाद करीब साढ़े तीन साल में मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक राम जन्म भूमि पर बनने वाला मंदिर अद्भुत होगा। भगवान के काम में पैसों की कमी नहीं आएगी। ट्रस्ट की बैठक में भव्य एवं दिव्य राम मंदिर निर्माण के लिए सभी से आर्थिक सहयोग हासिल किए जाने पर भी निर्णय लिया गया।
मानसून के बाद इसके लिए संपर्क और संग्रह अभियान चलाकर देशभर में 4 लाख स्थानों के 10 करोड़ परिवारों से आर्थिक सहयोग जुटाया जाएगा। वर्तमान कोरोना काल में घर-घर, गांव-गांव में संपर्क संभव नहीं है। ऐसे में परिस्थितियां सामान्य होने के बाद इस अभियान को शुरू किया जाएगा।
मोदी का आना लगभग तय : माना जा रहा है कि भूमि पूजन समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र का आना लगभग तय हो गया है। यह कार्यक्रम 5 अगस्त को हो सकता है। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में भूमि पूजन के दौरान रामभक्त हनुमान जी के दर्शन करने हनुमान गढ़ी धाम भी जाएंगे। प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार मोदी अयोध्या में तीन घंटे तक रहेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला अवसर होगा, जब प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या पहुंचेंगे।
उल्लेखनीय है कि चंद्रकांत सोमपुरा के ही मॉडल पर बीते तीन दशक से राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशने का काम चल रहा है। राम मंदिर का मॉडल राम जन्मभूमि न्यास के निर्देश पर सोमपुरा ने ही तैयार किया है और इस मॉडल को देशभर के संत धर्माचार्यों ने भी स्वीकृत किया है। हालांकि अब मंदिर की ऊंचाई बढ़ाई जाएगी।