गेरेथ इवांस, बीबीसी न्यूज़, वॉशिंगटन से
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बीते रविवार की दोपहर कनाडा की सीमा के नजदीक ह्यूरॉन झील के पास एक फ़्लाइंग ऑब्जेक्ट को गिराने का आदेश दिया था। इसके बाद अमेरिकी वायुसेना ने इसे गिरा दिया।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने इस चीज़ को गिराने पर कहा है कि ये ऑब्जेक्ट व्यावसायिक उड़ानों के लिए मुसीबत पैदा कर सकता था क्योंकि यह बीस हज़ार फ़ीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। इस बयान में ये भी सामने आया है कि इस ऑब्जेक्ट को सबसे पहले मोंटाना में सैन्य ठिकानों के ऊपर उड़ते हुए देखा गया था।
इस महीने में ये चौथा मौका है जब अमेरिकी वायु सेना ने आसमान में उड़ने वाली किसी अनजान चीज़ पर हमला करके उसे गिराया हो।
दिखने में कैसी थी ये 'उड़ने वाली चीज़'
सैन्य अधिकारियों के मुताबिक़, ये एक अष्टकोणीय मानवरहित ऑब्जेक्ट था और इसे सैन्य ख़तरे के रूप में नहीं देखा गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय से आदेश आने के बाद वायुसेना के एफ़-16 फ़ाइटर जेट ने स्थानीय समयानुसार 2 बजकर 42 मिनट पर मिसाइल के ज़रिए इस ऑब्जेक्ट को आसमान से गिरा दिया।
इस घटना ने उत्तरी अमेरिका के आसमान में अनजान फ़्लाइंग ऑब्जेक्ट्स नज़र आने और उन पर अमेरिकी वायु सेना के हमलों की संख्या बढ़ने को लेकर नए सवाल खड़े किए हैं।
बीती चार फ़रवरी को अमेरिकी महाद्वीप के आसमान में कई दिनों तक विचरने के बाद संदिग्ध चीनी जासूसी ग़ुब्बारे को अमेरिकी प्रांत दक्षिणी कैरोलाइना के तटीय क्षेत्र में गिरा दिया गया था।
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि ये एक चीनी ग़ुब्बारा था जिसे संवेदनशील ठिकानों पर नज़र रखने के लिए इस्तेमाल किया गया था। हालांकि, चीन ने इस ग़ुब्बारे के जासूसी उपकरण होने की बात का खंडन किया है। चीन का कहना था कि ये मौसम पर नज़र रखने वाली डिवाइस थी जो रास्ते से भटक गयी थी। इस ग़ुब्बारे के दिखने और उस पर अमेरिकी प्रतिक्रिया को लेकर चीन और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता देखा गया था।
चीन से बढ़ा तनाव
बीते रविवार रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि पहला अनजान फ़्लाइंग ऑब्जेक्ट दिखने पर चीन की ओर से कई दिनों तक जवाब नहीं आने के बाद अमेरिकी अधिकारियों ने चीन से बात की थी।
इस बातचीत में क्या चर्चा हुई, इसे लेकर अब तक स्पष्टता नहीं है। इस घटना के बाद से अमेरिकी वायु सेना के विमान तीन अनजान फ़्लाइंग ऑब्जेक्ट्स को गिरा चुके हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने शुक्रवार को अलास्का के आसमान में उड़ रहे ऑब्जेक्ट को मार गिराने का आदेश दिया था। इसके बाद शनिवार को कनाडा से लगती सीमा के पास आसमान में उड़ती हुई एक चीज़ दिखाई दी और अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस के आदेश पर इसे भी गिरा दिया गया। अमेरिकी अधिकारियों ने अब तक सार्वजनिक रूप से इन चीज़ों के स्रोत और उद्देश्य को लेकर जानकारी नहीं दी है।
अमेरिका और कनाडा, आसमान में मार गिराई गई इन चीज़ों के अवशेष तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अलास्का में तापमान कम होने की वजह से अवशेषों को तलाशने में समय लग रहा है।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता ने बताया, "ये चीज़ें एक-दूसरे जैसी नहीं थीं और चार फ़रवरी को दिखे ग़ुब्बारे से काफ़ी छोटी थीं। इन चीज़ों के अवशेष मिलने तक हम इनके बारे में कुछ भी नहीं बता सकते।"
'परग्रह जीवन की संभावना से इनकार नहीं'
रविवार को अमेरिकी वायुसेना के जनरल ग्लेन वेनहर्क ने मीडिया को बताया कि वे किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं।
अमेरिकी पत्रकारों ने जनरल वेनहर्क से सवाल किया था कि क्या इसका संबंध दूसरे ग्रह के जीवन से हो सकता है। इस पर ग्लेन वेनहर्क ने कहा, "मैं इंटेलिजेंस कम्युनिटी और काउंटर इंटेलिजेंस कम्युनिटी को इसका पता लगाने दूंगा। मैं अब तक किसी भी संभावना से इनकार नहीं कर रहा हूं।"
अमेरिकी सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने एबीसी न्यूज़ को बताया है कि हाल में जिन ऑब्जेक्ट्स को मार गिराया गया है, उनके मौसम पर नज़र रखने वाले ग़ुब्बारे होने की संभावना है। इस अधिकारी ने इन चीज़ों के सर्विलांस डिवाइस होने की संभावनाओं से इनकार किया है।
लेकिन डेमोक्रेटिक पार्टी के एक सांसद ने बताया है कि ख़ुफ़िया अधिकारी इन्हें ख़ुफ़िया जानकारी जुटाने वाली डिवाइसों के रूप में देख रहे हैं। सीनेट मेजॉरिटी लीडर चक शूमर ने कहा है, 'उन्हें लगता है कि वे ग़ुब्बारे थे।' 'लेकिन अहम बात ये है कि कुछ महीनों पहले तक हमें इन ग़ुब्बारों के बारे में कुछ भी नहीं पता था।'
अमेरिकी राजनीति में खलबली
अमेरिकी संसद में मिशिगन का प्रतिनिधित्व करने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता डेबी डिंगेल ने सेना की तारीफ़ करते हुए उन आवाज़ों को मज़बूती दी है जो रक्षा विभाग से इस बारे में अधिक जानकारी देने की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "हमें तथ्यों की जानकारी चाहिए। हमें ये जानना है कि ये कहां से आ रहे हैं, इनका मक़सद क्या है और इनकी संख्या क्यों बढ़ रही है।"
अमेरिकी प्रांत मोंटाना का प्रतिनिधित्व करने वाले डेमोक्रेटिक पार्टी के सीनेटर जॉन टेस्टर ने बीबीसी के अमेरिकी पार्टनर सीबीएस को बताया है, "पिछले दो हफ़्ते में जो कुछ सामने आया है, वो अजीबोग़रीब है, और सेना को सिर्फ़ ये पता लगाने की योजना नहीं बनानी चाहिए कि बाहर क्या कुछ है, बल्कि उसके ख़तरों का अंदेशा लगाना भी ज़रूरी है।"
रिपब्लिकन पार्टी की ओर से लगातार इस मामले में बाइडन प्रशासन की आलोचना की जा रही है।
रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों का मानना है कि पहले संदिग्ध ख़ुफ़िया ग़ुब्बारे के बारे में पता चलने के बाद जिस तरह से प्रतिक्रिया दी गयी, वह उचित नहीं थी। उनका मानना है कि इस ग़ुब्बारे को गिराने में देरी की गयी।
इसी बीच ब्रितानी रक्षा मंत्री बेन वॉलेस ने कहा है कि अमेरिका और कनाडा में ये घटनाएं सामने आने के बाद ब्रिटेन अपनी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेगा।
उन्होंने कहा, "इस घटना ने एक बार फिर दिखा दिया है कि दुनिया भर में स्थितियां किस तरह बिगड़ रही हैं।"